Reliance develop AI infrastructure in Jamnagar: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक आकाश अंबानी ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि 24 महीने में रिलायंस जामगर में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगी। जामनगर रिलायंस परिवार का रत्न माना जाता है।
ईशा अंबानी और अनंत अंबानी के साथ मिलकर आकाश अंबानी ने रिलायंस के विकास के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई। आकाश जामनगर रिफाइनरी के 25 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
अनंत अंबानी ने कहा कि हमने जामनगर में जिस एआई बुनियादी ढांचे पर काम करना शुरू किया है, वह न केवल जामनगर को एआई बुनियादी ढांचे में अग्रणी बनाएगा, बल्कि इसे दुनिया में शीर्ष रैंक में भी रखेगा।
दुनिया का रिफाइनिंग हब बन चुका है जामनगर
28 दिसंबर, 1999 को रिलायंस ने गुजरात के जामनगर में अपनी पहली रिफाइनरी शुरू की थी। आज, जामनगर दुनिया का रिफाइनिंग हब बन गया है। यह एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, जो भारत का गौरव है।
सलाहकारों ने जामनगर में निवेश न करने की दी थी सलाह
अग्रणी विश्वस्तरीय परियोजना के सलाहकारों ने धीरूभाई अंबानी को रेगिस्तान जैसे क्षेत्र में निवेश न करने की सलाह दी, जहां सड़कें, बिजली या यहां तक कि पर्याप्त पेयजल भी नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि ऐसे जंगल में जनशक्ति, सामग्री, तकनीकी विशेषज्ञ और हर अन्य इनपुट जुटाने के लिए असाधारण प्रयासों की आवश्यकता होगी।
लेकिन धीरूभाई अंबानी ने सभी आलोचकों को दरकिनार करते हुए अपने सपने को पूरा करने में लगे रहे। वह न केवल एक औद्योगिक प्लांट बनाना चाहते थे, बल्कि एक नंदनवन भी बनाने की भी चाहत रखते थे। 1996 से 1999 के बीच, उन्होंने और उनकी टीम ने जामनगर में बड़ा मुकाम हासिल किया।
आज, जामनगर रिफाइनरी परिसर में दुनिया की कुछ सबसे बड़ी इकाइयां हैं। जिसमें फ्लुइडाइज्ड कैटेलिटिक क्रैकर (एफसीसी), कोकर, एल्केलेशन, पैराक्सिलीन, पॉलीप्रोपाइलीन, रिफाइनरी ऑफ-गैस क्रैकर (आरओजीसी), और पेटकोक गैसीफिकेशन जैसे प्लांट शामिल हैं।