Imported Scotch whisky: भारत में रईस लोगों की बढ़ती संख्या की वजह से महंगी शराब, खासकर स्कॉच व्हिस्की और बढ़िया वाइन की बिक्री में तेज़ी आई है। स्विट्जरलैंड के एक शोधकर्ता की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इन प्रीमियम शराबों की खपत अमेरिका और चीन जैसे बड़े बाजारों को पीछे छोड़ रही है। ज़्यूरिख के सीनियर लग्जरी ब्रांड विशेषज्ञ साइमन जोसफ ने कहा, “भारत का लग्जरी स्कॉच व्हिस्की बाजार, पिछले पांच सालों में चीन से आगे निकल गया है और यह अमेरिका की तुलना में दोगुनी गति से बढ़ रहा है।”
भारत में स्कॉच व्हिस्की का एक्सपोर्ट बढ़ा
ब्रिटेन स्थित स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन (SWA) के अनुसार, 2022 तक भारत को स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 66% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ा, जो अमेरिका, चीन और अन्य प्रमुख बाजारों से कहीं ज्यादा है। 2023 में भारत को 16.7 करोड़ बॉटल्स एक्सपोर्ट की गईं, जो 2019 की तुलना में 27% अधिक है।
भारत व्हिस्की का सबसे बड़ा उपभोक्ता बना
जोसफ ने कहा, “मात्रा के मामले में भारत अब दुनिया में व्हिस्की का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जिसने फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है।” जबकि मूल्य के आधार पर अमेरिका अभी भी सबसे बड़ा बाजार है, भारत ने खपत के मामले में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है।
भारत में बढ़ रही संपन्नता का असर
- 2024 के Hurun India Rich List के मुताबिक, भारत में अब 334 अरबपति हैं, जो पिछले साल से 75 अधिक हैं। UBS और Credit Suisse की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में उच्च-निवल-सम्पत्ति वाले व्यक्तियों की संख्या में 69% की वृद्धि हुई है।
- जोसफ ने बताया कि भारत का व्यक्तिगत लग्जरी बाजार 256,176 मिलियन रुपए (लगभग 2,821 मिलियन यूरो) का है और यह अगले पांच सालों में 347,355 मिलियन रुपए (लगभग 3,823 मिलियन यूरो) तक बढ़ने की उम्मीद है।