Salaries Hike: देश में 10 और 5 करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना कमाई करने वाले लोगों की संख्या पिछले 5 साल में बढ़ी है। सेंटरम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2019-25 के बीच 10 करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना इनकम वाले 63% बढ़कर 31,800 हो गए। जबकि, 5 करोड़ रुपए से अधिक कमाने वालों की संख्या भी 49% बढ़कर 58,200 पर पहुंच गई।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इस अवधि में 50 लाख रुपए से ज्यादा सालाना कमाने वालों की संख्या में भी 25% की ग्रोथ हुई और उनकी संख्या बढ़कर 10 लाख हो गई है। साथ ही पहले से रिच इंडियंस की संपत्ति में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
10 करोड़ से ज्यादा कमाने वालों की आय हुई 38 लाख करोड़
वित्त वर्ष 2019 से 2024 के बीच 10 करोड़ रुपए से अधिक कमाने वालों की कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) 121% की दर से बढ़कर 38 लाख करोड़ रुपए हो गई। इसी तरह 5 करोड़ से अधिक कमाने वालों की आय 106% बढ़कर 40 लाख करोड़ रुपए हो गई। इसी प्रकार 50 लाख से ज्यादा कमाई वालों की सामूहिक आय में 64% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो पिछले पांच सालों में 49 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई।
13-14% सालाना दर से बढ़ेगी HNI और UHNI की नेटवर्थ
रिपोर्ट के मुताबिक, अगले पांच वर्षों में उच्च-शुद्ध-मूल्य वाले (HNI) और अति उच्च-शुद्ध-मूल्य वाले (UHNI) व्यक्तियों की फाइनेंशियल प्रॉपर्टी 1.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। उम्मीद है कि HNI और UHNI कैटेगरी की नेटवर्थ 2023 से 2028 तक 13-14% सालाना की दर से बढ़ेगी। यहां तक कि बड़े पैमाने पर और समृद्ध बाजारों के शुरुआती दोहरे अंकों में बढ़ने का अनुमान है।
ज्यादा कमाई करने वालों की संख्या और उनकी आय में बढ़ोतरी के अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में केवल 15% वित्तीय संपत्ति का प्रबंधन पेशेवर तरीके से किया जाता है, जबकि विकसित देशों में यह आंकड़ा 75% तक है।