Logo
Kisan Credit Card - KCC: किसान नजदीकी सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के बैंक में जाकर KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं। कई बैंकों में अब ऑनलाइन आवेदन की भी सुविधा है।

Kisan Credit Card - KCC: किसान क्रेडिट कार्ड भारत सरकार द्वारा किसानों को किफायती दरों पर लोन देने की एक योजना है। यह कार्ड किसानों को उनकी खेती से जुड़ी आवश्यकताओं के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराता है। आइए, जानते हैं कि किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं और इसके लाभ क्या हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं
आवेदन प्रक्रिया: बैंक की शाखा में जाएं: किसान अपने नजदीकी सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के बैंक में जाकर KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन: कई बैंक अब ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी प्रदान करते हैं। संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
फॉर्म भरें: बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड का आवेदन फॉर्म लें और उसे सही जानकारी के साथ भरें।

KCC के लिए आवश्यक दस्तावेज
फॉर्म के साथ कुछ दस्तावेज जमा करने होते हैं, जैसे- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी), पते का प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली का बिल), खेती की जानकारी (खसरा-खतौनी की नकल), पासपोर्ट साइज फोटो आदि।जमीन के दस्तावेज़: यदि जमीन का मालिकाना हक है, तो उसके दस्तावेज़ भी जमा करने होंगे।
बैंक की जांच प्रक्रिया: बैंक आपके आवेदन और दस्तावेजों की जांच करेगा। इसके बाद, बैंक यह सुनिश्चित करेगा कि आप ऋण के लिए पात्र हैं या नहीं।

किसान को KCC कब जारी होता है?
जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद, किसान क्रेडिट कार्ड आपको प्रदान किया जाएगा।
बैंक द्वारा निर्धारित लिमिट के अनुसार आपके खाते में ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

किसान क्रेडिट कार्ड के कई फायदे
1) कम ब्याज दर: KCC पर किसानों को अन्य ऋणों की तुलना में बेहद कम ब्याज दर पर ऋण मिलता है। समय पर भुगतान करने पर ब्याज में छूट भी मिल सकती है।
2) फसल बीमा: किसान क्रेडिट कार्ड धारक को फसल बीमा का लाभ मिलता है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल को हुए नुकसान की भरपाई हो सके।
3) ऋण सीमा: किसान की भूमि और फसल के आधार पर एक ऋण सीमा निर्धारित की जाती है, जिसका उपयोग बीज, खाद, कीटनाशक, सिंचाई उपकरण आदि की खरीद के लिए किया जा सकता है।
4) सरल ऋण प्रक्रिया: किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा किसान बार-बार बैंक जाने की जरूरत के बिना आवश्यकतानुसार ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
5) फसलों की बिक्री के बाद भुगतान: किसानों को फसल बेचने के बाद ऋण चुकाने की सुविधा मिलती है। इससे समय पर ऋण चुकाना आसान होता है।
6) नकद निकासी की सुविधा: KCC धारक किसान बैंक या एटीएम से कार्ड का उपयोग कर नकद निकाल सकते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रता

  • 18 से 75 वर्ष के बीच का कोई भी किसान (सहयोगी/संयुक्त खाते वाले किसानों के लिए अतिरिक्त नामांकन अनिवार्य हो सकता है)।
  • खेती से जुड़ी गतिविधियों में शामिल किसान, भूमिहीन किसान भी इसके लिए पात्र हो सकते हैं।
  • बागवानी, मछलीपालन, पशुपालन से जुड़े किसान भी KCC के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड एक अत्यधिक लाभकारी योजना है, जो किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और उन्हें उनकी खेती की आवश्यकताओं के लिए आसानी से ऋण उपलब्ध कराती है।
CH Govt hbm ad
5379487