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अगर आप भी बिजनेस करना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखकर आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

Business Loan: किसी भी व्यक्ति को अपना कारोबार चलाने और लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पैसों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। हर व्यक्ति के पैसा होना संभव नही है। ऐसे में बिजनेस लोन उद्यमियों की जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित होते हैं। इसलिए हर कारोबारी की इच्छा होती है, कि कर्ज लेकर व्यापार की शुरूआत की जाए। आज भारत में उद्यमियों की संख्या दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है, साथ ही बिजनेस लोन की भी मांग बढ़ गई है।

वर्तमान में भारत स्टार्टअप्स की दृष्टि से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम वाला देश बन गया है। भारत सरकार द्वारा 56 विभिन्न सेक्टरों के स्टार्ट-अप्स को पहचान कर मान्यता प्रदान की है। उद्योग संवर्धन एवं कारोबार विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मई 2023 को देश के 670 जिलों में 99,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप्स चलन में थे। जिनकी मार्केट कीमत 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।  

एक उद्यमी के लिए आसान लोन कैसे मिले, यह सबसे बड़ा सवाल है। आसान लोन में आंशिक भुगतान, सिर्फ इस्तेमाल किए जाने वाले पैसे पर ब्याज, तुरंत अनुमोदन और जल्द से जल्द वितरण शामिल है। बिजनेस लोन में व्यक्ति को लोन की सिक्योरिटी के रूप में अपनी को सम्पत्ति या कीमती वस्तु गिरवी नहीं रखनी पड़ती है। 

योग्यता पर ध्यान जरूरी
किसी भी प्रकार के लोन के लिए योग्यता और संबंधित दस्तावेज होना जरूरी होता है। अगर आप बैंक द्वारा योग्य और उनके पैमाने पर फिट बैठते हैं, तो आपको लोन प्राप्त करने में आसानी होगी। कुछ ऐसे भी बिजनेस हैं, जिसमें आसानी से लोन मिल जाते हैं। बिजनेस के प्रकार, जरूरत, लोन के उद्देश्य, नियमों एवं शर्तों और अपनी भुगतान क्षमता के आधार पर विकल्प चुन सकते हैं। 

आसान बिजनेस लोन के प्रकार
आसान बिजनेस लोन में ओवरड्राफ्ट सुविधा, कॉयर उद्यमी योजना, वर्किंग कैपिटल लोन, टर्म लोन (शॉर्ट एवं लॉन्ग), पीओएस लोन या मर्चेन्ट कैश एडवान्स और इक्विपमेन्ट फाइनेंस या मशीनरी लोन शामिल हैं। इनके अलावा कुछ सरकारी लोन खासतौर पर स्टार्ट-अप्स और उद्यमियों को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है। इसके अलावा कुछ और योजनाएं हैं जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, क्रेडिट गारंटी योजना, स्टैण्ड अप इंडिया योजना, बैंक क्रेडिट फेसिलिटेशन और मार्केट डेवलपमेन्ट असिस्टेन्स आदि। 

इन बिंदुओं पर रखें ध्यान
1. सिबिल स्कोर 700 या उससे अधिक होना चाहिए।
2. बिजनेस रजिस्टर्ड होने पर ही बैंक प्राथमिकता देता है अगर ऐसा नही है, तो लोन रिजेक्ट होने की आशंका बढ़ जाती है।
3. आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजनेस का विवरण, आय प्रमाण पत्र और बैंक विवरण जैसे दस्तावेज जरूरी है।
4. लोन की अवधि, ईएमआई, लोन इंश्योरेन्स और देर से भुगतान पर जुर्माना, ऋणदाता किस ब्याज दर पर लोन दे रहे हैं, इसकी जानकारी रखनी चाहिए।
5. लोन भुगतान संबंधी जानकारी ऋणदाता को देना चाहिए।

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