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International Science Festival : प्रतिष्ठित विज्ञान महोत्सव में देश-विदेश के 10 हजार से अधिक वैज्ञानिक, शोधार्थी और शिक्षाविद शामिल होंगे और साइंस के नवप्रयोगों और नवीन शिक्षण पद्धति पर मंथन करेंगे। 6 टीचर एमपी के भी हैं।

International Science Festival : अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का 10वां संस्करण आईआईटी गुवाहाटी में है। 30 नवंबर से 3 दिसंबर तक होने वाले इस महोत्सव में देश-विदेश के 10 हजार से अधिक वैज्ञानिक, शोधार्थी और शिक्षाविद शामिल होंगे। इनमें मध्य प्रदेश के 6 विज्ञान शिक्षकों का चयन हुआ है। जो नवीन शिक्षा पद्धति और प्रयोगों से लोगों को अवगत कराएंगे।  

MP के यह शिक्षक चयनित 
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और विज्ञान भारती के सहयोग से आयोजित साइंस फेस्टिवल में मध्य प्रदेश के जिन 6 शिक्षकों चयन हुआ  है। उनमें सतना के डॉ रामानुज पाठक, शहडोल के संतोष मिश्रा, भोपाल के शैलेंद्र कंटक, धार डॉ राहुल व्यास, भोपाल की स्नेहलता मिश्रा और टीकमगढ़ की हेमलता राजौरिया शामिल हैं। 

आईआईएसएफ का उद्देश्य 
अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) का मुख्य उद्देश्य विज्ञान का सामूहिक उत्सव मनाना है। आमजन का विज्ञान से आनंदमय और मनोरंजक तरीके से जुड़ना स्वस्थ, समृद्ध और सार्थक जीवन के लिए आवश्यक है। 
आईआईएसएफ देश-विदेश की वैज्ञानिक बिरादरी को एक साथ लाने का एक माध्यम है। ताकि, वह अपने रचनात्मक कार्यक्रमों और गतिविधियों को साझा कर सकें। साथ ही मानवता की भलाई के लिए अपने वैज्ञानिक अनुभवों का उपयोग करें। 

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गुरुकुल क्या है? 

  • विज्ञान महोत्सव और गुरुकुल विज्ञान शिक्षा में नवाचार और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए समर्पित होगा। इसमें शिक्षकों को नवीन शिक्षण पद्धति, आधुनिक उपकरणों और रणनीति से लैस किया जाता है। ताकि, वह छात्रों को वैज्ञानिक ज्ञान प्रभावी ढंग से दे सकें। 
  • गुरुकुल में शैक्षणिक तकनीक, कक्षा प्रबंधन, व्यावसायिक विकास, प्रौद्योगिकी एकीकरण, आकलन, मूल्यांकन और शिक्षक नेटवर्क सहित एक व्यापक टूलकिट दी जाती है। जिसकी मदद से वह साइंस की शिक्षा प्रभावशाली तरीके से बच्चों को दे पाते हैं
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