MP NEET PG Counselling: चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (DME) ने एमपी नीट पीजी मॉप-अप राउंड का काउंसलिंग शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके तहत पात्र उम्मीदवारों की सूची 7 फरवरी को आधिकारिक वेबसाइट dme.mponline.gov.in पर उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं, इस बीच 75 से अधिक मेडिकल उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने अखिल भारतीय कोटा (AIQ) के तहत मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा घोषित नीट पीजी राउंड 3 सीट आवंटन को रद्द करने की मांग की है। याचिका में यह आरोप लगाया गया है कि कुछ राज्यों में नीट पीजी राउंड 3 काउंसलिंग शुरू होने से पहले ही राज्य स्तर की राउंड 2 काउंसलिंग पूरी कर दी गई थी, जिससे कई उम्मीदवारों को अनुचित लाभ मिला है।

पक्षपाती निर्णय का लगा आरोप 
याचिका में यह भी कहा गया है कि राज्य काउंसलिंग के राउंड 2 के पहले ही MCC नीट पीजी राउंड 3 की काउंसलिंग शुरू कर दी थी, जिससे कुछ उम्मीदवारों को अवैध रूप से सीटों पर कब्जा करने का मौका मिला। इसके बाद, जब राज्य स्तर पर काउंसलिंग के राउंड 2 की प्रक्रिया शुरू हुई, तो इन उम्मीदवारों ने बेहतर विकल्प मिलने पर AIQ सीट छोड़ दी, जिससे अन्य छात्रों को नुकसान हुआ। याचिकाकर्ताओं का यह कहना है कि यदि AIQ राउंड 3 तब आयोजित किया जाता, जब सभी राज्य अपनी राउंड 2 काउंसलिंग पूरी कर चुके होते, तो यह अनियंत्रित स्थिति पैदा नहीं होती।

निष्पक्षता पर गंभीर सवाल
इस विवाद ने काउंसलिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कई छात्रों का कहना है कि इस तरह की अनियमितताओं के कारण उन्हें अपनी पसंदीदा सीटों को हासिल करने में कठिनाई हो रही है, जबकि कुछ अन्य उम्मीदवारों को उनके अनुचित लाभ के कारण सीटें ब्लॉक करने का मौका मिल गया, जिसके कारण छात्रों के बीच असमंजस और तनाव बढ़ता जा रहा है।