Mithun Chakraborty: मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। साेमवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। यह खबर सुनते ही मिथुन भावुक हो गए। मिथुन ने इसे अपने परिवार और प्रशंसकों को समर्पित किया। मिथुन ने कहा, "मेरे पास कहने के लिए कोई शब्द नहीं हैं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं कोलकाता की सड़कों से चलकर यहां तक पहुंचूंगा।"
#WATCH | Kolkata: On being announced to be conferred with the Dadasaheb Phalke award, Actor and BJP leader Mithun Chakraborty says "I don't have words. Neither I can laugh nor cry. This is such a big thing... I could not have imagined this. I am extremely happy. I dedicate this… pic.twitter.com/tZCtwLSyxV
— ANI (@ANI) September 30, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथुन चक्रवर्ती को X पर बधाई दी। पीएम मोदी ने लिखा, "मुझे खुशी है कि श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह भारतीय सिनेमा के एक सांस्कृतिक आइकन हैं और उनके अभिनय की पीढ़ियों ने सराहना की है।" मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार देने की घोषणा से मिथुन के फैन्स में खुशी की लहर दौड़ गई।
Delighted that Shri Mithun Chakraborty Ji has been conferred the prestigious Dadasaheb Phalke Award, recognizing his unparalleled contributions to Indian cinema. He is a cultural icon, admired across generations for his versatile performances. Congratulations and best wishes to… https://t.co/aFpL2qMKlo
— Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2024
बेटे नमाशी ने जाहिर की खुशी
मिथुन के बेटे नमाशी चक्रवर्ती ने कहा कि मुझे अपने पिता की उपलब्धि पर गर्व नमाशी ने कहा कि मेरे पिता एक सेल्फ-मेड सुपरस्टार हैं, और उनकी यह उपलब्धि पूरे परिवार के लिए गर्व का विषय है। "मेरे पिता ने अपने संघर्ष और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है, और यह सम्मान उनके शानदार करियर का प्रतीक है।"
भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान है। इसे हर साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। मिथुन इस पुरस्कार के 54वें प्राप्तकर्ता होंगे। यह पुरस्कार 1969 में शुरू किया गया था, और इससे पहले लता मंगेशकर, यश चोपड़ा, राज कपूर जैसे दिग्गजों को यह सम्मान मिल चुका है।
350 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं मिथुन
मिथुन चक्रवर्ती ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 'डिस्को डांसर', 'अग्निपथ', और 'कश्मीर फाइल्स' जैसी फिल्मों से अपने प्रशंसकों का दिल जीता है। 1977 में अपनी पहली फिल्म 'मृगया' के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था, जो उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। मिथुन का करियर संघर्ष और मेहनत की मिसाल रहा है। उन्होंने छोटे किरदारों से शुरुआत की, लेकिन जल्दी ही उन्होंने बड़े पर्दे पर अपनी पहचान बनाई। 'सुरक्षा' और 'डिस्को डांसर' जैसी फिल्मों ने उन्हें बॉलीवुड का सुपरस्टार बना दिया। उनके नाम पर 1989 में 19 फिल्मों की रिलीज का रिकॉर्ड भी है।