Logo
Pritish Nandy Death: चमेली, सुर, कांटे जैसी फिल्में बना चुके फिल्ममेकर प्रीतीश नंदी का निधन हो गया है। 73 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रीतीश एक प्रख्यात पत्रकार थे और बाद में फिल्मी फनकार बने।

Pritish Nandy Demise: प्रख्यात फिल्ममेकर, कवि, लेखक और दिग्गज पत्रकार प्रीतीश नंदी का दुखद निधन हो गया है। कार्डियक अरेस्ट के चलते बुधवार को मुंबई में उनका निधन हुआ। वह 73 वर्ष के थे। उनके निधन की जानकारी उनके बेटे कुशान नंदी ने दी है। प्रीतीश नंदी का फिल्म इंडस्ट्री में उनका अहम योगदान माना जाता है। 

पत्रकार जगत से ताल्लुक रखने वाले प्रीतीश नंदी ने आगे चलकर फिल्मी जगत में अपना सिक्का जमाया और 'चमेली', 'कांटे', 'प्यार के साइड इफेक्ट्स' जैसी कई मशहूर फिल्में बनाईं। 'चमेली' में उनकी लीड एक्ट्रेस रहीं करीना कपूर फिल्ममेकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनके कई फिल्मी सितारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। 

undefined
Kareena Kapoor Instagram Story

ये भी पढ़ें- Alok Chatterjee: दिग्गज रंगकर्मी और NSD गोल्ड मेडलिस्ट आलोक चटर्जी का निधन; इरफान खान के थे करीबी

अभिनेत्री करीना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर फिल्म चमेली के सेट की थ्रोबैक तस्वीरें शेयर कीं जिसमें प्रीतीश नंदी के साथ वह कुछ बातचीत करती दिख रही हैं। बता दें, प्रीतीश 2003 की फिल्म चमेली के प्रोड्यूसर थे। हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी लेकिन करीना कपूर को आज भी फिल्म में उनकी एक्टिंग और किरदार के लिए खूब तारीफें मिलती हैं।

अनुपम खेर ने दी श्रद्धांजलि
एक्टर अनुपम खेर ने एक्स पर दिवंगत फिल्ममेकर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- "मेरे सबसे प्रिय और करीबी दोस्तों में से एक प्रीतीश नंदी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुखी और स्तब्ध हूं! वह अद्भुत कवि, लेखक, फिल्म निर्माता और एक बहादुर और अद्वितीय पत्रकार थे! मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में वह मेरी मदद करने और मोटिवेशन का एक बड़ा स्रोत थे।

वह सबसे निडर लोगों में से एक थे। मैंने उनसे बहुत सारी चीजें सीखीं। वह यारों के यार की सच्ची परिभाषा थे! मैं तुम्हें और हमारे साथ बिताए पलों को याद करूंगा दोस्त। रेस्ट इन पीस।"

साहित्य से लेकर फिल्मी फनकार बने प्रीतीश नंदी
1951 में बिहार के भागलपुर में जन्मे प्रीतीश नंदी का करियर लंबा और शानदार रहा। वह एक चित्रकार, पत्रकार, सांसद, मीडिया और टेलीविजन पर्सनालिटी, पशु कार्यकर्ता और फिल्मों, टीवी और स्ट्रीमिंग कंटेट के प्रख्यात निर्माता थे। वह 'द इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया' के संपादक भी थे। उन्होंने 'चमेली', 'कांटे', 'रात गई बात गई', 'सुर', और 'शादी के साइड इफेक्ट्स' जैसी कई फिल्मों का निर्माण किया।

 

5379487