Exclusive: जापान के इशिकावा प्रांत में भूकंप से सब कुछ तबाह हो गया है। अब तक 48 लोगों की जान जा चुकी है। इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में लोग लापता भी हैं। जगह-जगह रेस्क्यू किया जा रहा है। बता दें कि जापान में मध्यप्रदेश से काफी संख्या में लोग रहते हैं। उन्हीं में से एक टोक्यो में रह रहे खंडवा के IT इंजीनियर रोहित सिंह हैं, जिनसे हरिभूमि ने फोन पर बात की और जाना कि भूकंप के बाद वहां के हालात कैसे हैं ? लोग किस स्थिति में हैं ?
सड़कों पर कारें समा गईं
रोहित ने बताया कि जापान के इशिकावा प्रांत (Ishikawa) में नया साल भयंकर तबाही लेकर आया। 1 जनवरी को शाम 4 बजे लोग नए साल का जश्न मना रहे थे। तभी अचानक धरती डोलने लगी। मैं उस समय बेड पर बैठा था। हल्का मूवमेंट महसूस हुआ, लेकिन समझ नहीं पाया। बाहर निकलकर देखा तो सबकुछ नॉर्मल था, लेकिन कुछ देर बाद इशिकावा प्रांत में बिल्डिंग ढहने, सड़कें फटने की खबरें आने लगीं। वहां सड़कों पर इतनी चौड़ी दरार पड़ है कि कई जगह पूरी की पूरी कारें समा गई हैं।
स्थितियों को सामान्य करने के प्रयास जारी
रोहित ने बताया, जापान में भूकंप के झटके आते रहते हैं। 2011 में यहां बड़ी सुनामी आई थी। इस बार भी 2011 जैसे ही हालात हैं। रविवार को यहां सुबह रह रहकर भूकंप के कई झटके आए, लेकिन शाम 4 बजे रिक्टर स्केल 7.6 तीव्रता का जो भूकंप आया, उसने सब कुछ तबाह कर दिया है। अब तक 48 लोगों के मरने की जानकारी सामने आ पाई है। पीड़ित परिवारों को व्यवस्थित करने और लापता लोगों की तलाशी का काम अभी जारी है। दोयामा में हालाता सामान्य होने लगे हैं, लेकिन इशिकावा प्रांत के अन्य इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। लोग ऑफिस नहीं जा पा रहे। दूध-सब्जी सहित अन्य जरूरी वस्तुओं के लिए भी लोग परेशान हैं।
इशिकावा प्रांत के तटीय इलाके में ज्यादा तबाही
रोहित ने बताया, इशिकावा के समुद्र तट से लगे चार-पांच शहर भूकंप से ज्यादा प्रभावित हुए हैं। टोक्यो में झटके महसूस जरूर हुए, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ। हालाकि, इशिकावा प्रांत की तबाही देखकर सब कोई घबराया हुआ है। हमारे जान-पहचान के जो भी लोग भूकंप प्रभावित इलाकों में रह रहे थे, वह सब सुरक्षित हैं। फोन पर संपर्क किया, तो किसी ने घर ढहने, तो किसी ने सबकुछ तबाह होने की बात कही।
घटना से घबराए लोगों के लगातार फोन आ रहे
आईटी इंजीनियर रोहित सिंह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के रहने वाले हैं। एक साल पहले ही वह जॉब के सिलसिले में जापान गए थे। बताया कि जापान के टोक्यो और इशिकावा प्रांत में भारत के काफी लोग जॉब और पढ़ाई के सिलसिले में रहते हैं। इनमें से कुछ लोग मप्र के भी हैं। घर-परिवार वाले चिंतित थे। सबके पास लगातार फोन आ रहे थे। रोहित ने बताया, मैं कल रातभर सो नहीं पाया। लगातार कॉल आ रहे हैं।
वीडियो जारी कर की प्रार्थना की अपील
रोहित ने वीडियो संदेश जारी जापान में सभी की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना करने की अपील की है। बताया, यहां के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। दूतावास के अधिकारी भी संपर्क में हैं। कोई परेशानी नहीं हैं। इसलिए भारत में भी कोई चिंता न करे। बस हम सबकी खुशामदगी के लिए भगवान से प्रार्थना करें।