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Bad Habits For Brain Health: दिमाग का कमजोर होना ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसके लिए आपकी कुछ बुरी आदतें जिम्मेदार हो सकती हैं।

Bad Habits For Brain Health: बिजी लाइफस्टाइल का सबसे ज्यादा असर हमारी सेहत पर पड़ा है। दुनियादारी में सबसे ज्यादा अगर हम कुछ भूलें हैं तो वो अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना है। शरीर को चलाने वाला दिमाग भी हमारी इन बुरी आदतों का शिकार होने लगा है। कम उम्र में ही लोग दिमाग की कमजोरी को महसूस करने लगे हैं। ब्रेन को वीक करने में हमारी खराब जीवनशैली और गलत खान-पान बड़ी भूमिका निभाता है। ऐसे में दिमाग को हेल्दी रखना चाहते हैं तो जरूरी है कि आज से ही कुछ आदतों में बदलाव लाएं।

दिमाग के लिए बुरी हैं 5 आदतें

देर रात तक जागना - दिमाग हमारे शरीर का एक ऐसा ऑर्गन है जो कि लगातार चलता रहा है। इसे थोड़ा आराम उस वक्त ही मिलता है जब हम सोते हैं। अगर नींद का चक्र बिगड़ जाए या फिर हम कम नींद लें तो इससे दिमाग की सेहत पर असर पड़ने लगता है। भरपूर नींद न लेने से अनिद्रा की स्थिति बनने लगती है और ब्रेन फंक्शनिंग पर असर पड़ने लगता है। वेबएमडी के मुताबिक इससे डिमेशिया, अल्ज़ाइमर्स जैसी गंभीर ब्रेन डिजीज का रिस्क बढ़ता है। 

अकेले वक्त गुजारना - मनुष्य को एक सामाजिक प्राणी माना जाता है। इसका अर्थ है कि लोगों के बीच रहना उसे पसंद है और जो लोग ज्यादा वक्त अकेले में गुजारते हैं उनकी दिमागी सेहत पर इसका असर दिख सकता है। काफी समय तक अकेले रहने पर दिमाग कमजोर पड़ने लगता है और अल्ज़ाइमर्स का रिस्क बढ़ सकता है। ऐसे में जब भी अकेला महसूस करें तो अपना समय परिवार के किसी सदस्य, दोस्त के साथ गुजारें।

ज्यादा जंक फूड का सेवन - खान-पान की बिगड़ी आदत भी दिमाग की सेहत को प्रभावित करती है। आजकल जंक फूड खाना काफी कॉमन हो गया है, लेकिन ये ब्रेन हेल्थ पर सीधा प्रभाव डालता है। ज्यादा जंक फूड खाने से लर्निंग, मेमोरी समेत मेंटल हेल्थ पर दुष्प्रभाव दिखने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि ऐसी चीजों को खाया जाए जो कि दिमाग के लिए हेल्दी हों। 

स्मोकिंग - स्टेटस सिंबल की तरह समझी जाने वाली स्मोकिंग की आदत आपके शरीर के सारे ऑर्गन पर बुरा असर डालती है। दिमाग भी इससे अछूता नहीं है। सिगरेट पीने से याददाश्त काफी कमजोर हो जाती है। इतना ही नहीं स्मोकिंग हार्ट डिजीज, डायबिटीज, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर परेशानियों को भी पैदा करती है। 

ज्यादा देर तक अंधेरे में रहना - बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो नेचुरल लाइट में बेहद कम वक्त गुजारते हैं। समय के साथ इसका सीधा असर उनकी मेंटल हेल्थ पर नजर आने लगता है। दरअसल, ज्यादा वक्त तक अंधेरे में रहने से डिप्रेशन का अनुभव हो सकता है। ऐसाा होने पर दिमाग की फंक्शनिंग धीमी पड़ जाती है। रिसर्च के अनुसार दिमाग को हेल्दी और एक्टिव बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी लेना जरूरी होता है। 

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