Children Screen Addition : स्क्रीन का अधिक उपयोग करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है ये तो हम सभी जानते हैं। वहीं अगर बच्चों की बात की जाए तो आज के दौर में मोबाइल या टीवी के बिना जिंदगी जीना आसान भी नहीं हैं। क्योंकि आजकल की पढ़ाई भी ऑनलाइन होती है। ऐसे में बच्चों से मोबाइल ज्यादा दूर भी नहीं रखा जा सकता है। लेकिन स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से मोटापा, आलस और दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए माता-पिता का यह समझना जरूरी है कि बच्चों को इस स्थिति से कैसे बचाया जाए। अगर आप नहीं समझ पा रहे हैं तो हम आपको कुछ जरूरी बाते बताने जा रहे हैं। 

बच्चों का स्क्रीन टाइम कैसे नियंत्रित करें

समय सीमा तय करें- बच्चों के स्क्रीन समय को नियंत्रित करने के लिए एक निश्चित समय सीमा तय करें। उदाहरण के लिए, सप्ताह के दिन और छुट्टियों के लिए अलग-अलग समय सीमा रखें। इससे बच्चों को स्क्रीन के अलावा अन्य गतिविधियों में भी समय बिताने का मौका मिलेगा।

बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें- बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। पार्क या गार्डन में ले जाएं, जहां वे खेल-कूद में समय बिताकर अपनी ऊर्जा का सकारात्मक इस्तेमाल कर सकें। आउटडोर खेल न केवल बच्चों की फिटनेस के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि इससे उनके दोस्तों के साथ जुड़ाव भी बढ़ता है।

रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करें- बच्चों को पेंटिंग, म्यूजिक, डांस, या अन्य रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करें। इससे वे अपने स्क्रीन समय को कम करके खुद को रचनात्मक रूप से व्यक्त कर पाएंगे। यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी फायदेमंद है। 

बच्चों के स्क्रीन समय पर नियंत्रण रखकर हम उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का बेहतर ख्याल रख सकते हैं। उचित मार्गदर्शन से वे स्क्रीन टाइम के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।