Behavior: पति के मित्र पत्नी के भी आत्मीय होते हैं, क्योंकि वे दु:ख की घड़ी या आपात-स्थिति में मददगार होते हैं, परिवार का संबल बनते हैं। इस मित्रता में आदर-सत्कार और स्नेह के भाव जरूर होने चाहिए, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है।
बनाए रखें शालीनता
पति के मित्रों से खुलकर बात करना गलत नहीं है, लेकिन बातचीत की भाषा कभी भी हल्की नहीं रखें, ना ही उल्टे-सीधे मजाक करें। कोई ऐसी हरकत भी ना करें, जिससे आपकी छवि बिगड़े। पति के मित्रों के साथ हमेशा शालीनता से पेश आएं। एक गरिमा बनाकर रखें, इससे उन पर आपके व्यक्तित्व का अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
शिकायत ना करें
अपने घर-गृहस्थी और परिवार के लोगों की शिकायत कभी भी भूलकर पति के मित्र के सामने ना करें, जैसे ‘मैं आपको क्या बताऊं भाई साहब, सालों हो गए हमें मूवी देखें’, ‘रेस्टोरेंट जाने को बोलो तो एक ही बात उनके जुबां पर होती है, मुझे बाहर का खाना नहीं जमता।’ साथ ही पति के मित्रों से कभी अपने पति की तुलना ना करें, ना ही उनकी किसी कमजोरी का जिक्र करें, जैसे ‘भाई साहब आप अपनी वाइफ का कितना ख्याल रखते हैं और एक ये हैं, इन्हें तो मेरी कोई फिक्र ही नहीं रहती। अब मैं आपसे क्या-क्या बताऊं...।’ ऐसी शिकायतों से आपके पति के मित्र को ऐसा लग सकता है कि आप अपने पति से खुश नहीं हैं। जब ऐसी शिकायतें आपके पति को पता चलेंगी तो इसका गलत असर आपके दांपत्य जीवन पर पड़ सकता है।
पति की अनुपस्थिति में ज्यादा देर ना बैठाएं
पति की अनुपस्थिति में उनके मित्र से बहुत अधिक समय बात ना करें या रुकने को ना कहें। घर में अन्य सदस्य हैं तो भी थोड़े से अतिथि सत्कार के बाद उन्हें विदा कर दें। विशेषकर जब आप घर में अकेली हों तो जहां तक संभव हो, उन्हें घर के अंदर बैठाने से बचें।
पति से कुछ ना छिपाएं
यदि आपको पति के मित्र की कोई हरकत पसंद नहीं आ रही हो, अनुचित लगे तो तुरंत अपने पति को बताएं ताकि उनके सामने उस मित्र की असलियत पता चले और पति इस पर अपने ढंग से टोकें या ऐसे मित्र से एक दूरी बना लें।
बुरे व्यसन वालों से रहें सावधान
पति की दोस्ती कई प्रकार के लोगों से हो सकती है, जिन्हें कुछ कारणों से निभाना ही पड़ता है। इनमें कोई ऐसा मित्र भी हो सकता है, जो मद्यपान करता हो, आप ऐसे व्यसन करने वालों से दूर रहें। पार्टी आदि में मद्यपान करने वाले पति के मित्रों के नजदीक ना जाएं।
गलत फायदा ना उठाने दें
आपके मृदुभाषी और अपनेपन से पेश आने पर पति का कोई मित्र अन्यथा ना ले, इस बात का हमेशा ध्यान रखें। कभी-कभी रिजर्व नेचर रखना भी जरूरी होता है। ज्यादा करीब आने या अधिकार जताने वालों से सावधान रहें। पति के सभी मित्र एक समान नहीं होते, इसलिए इनके प्रति आपकी एक भले-बुरे इंसान की पारखी नजर जरूरी है।
शीला श्रीवास्तव