वैसे तो शराब पीना या फिर सिगरेट दोनों स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता, लेकिन अगर इनका सेवन एक साथ कर रहे हो तो ये और भी ज्यादा घातक हो जाता है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि सिगरेट पीने से शराब के नशे का असर कम हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं होता है। वास्तव में, शराब और सिगरेट का एक साथ सेवन शरीर पर गंभीर समस्या पैदा कर सकता है।
कैंसर का बढ़ता जोखिम
शराब और सिगरेट को एकसाथ पीने से कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। सिगरेट में मौजूद कार्सिनोजन्स और शराब के टॉक्सिक प्रभाव शरीर के विभिन्न अंगों पर हमला करते हैं। गले, मुंह, फेफड़े, लिवर का कैंसर होने की संभावना तब और बढ़ जाती है, जब कोई व्यक्ति इन दोनों का एक साथ सेवन करता है। शराब और सिगरेट का एक साथ सेवन करने वाले लोगों में कैंसर का खतरा कई गुना अधिक होता है, खासकर मुंह और गले के कैंसर का।
दिल की बिमारी
शराब और सिगरेट दोनों ही दिल और रक्त वाहिकाओं पर बुरा असर डालते हैं। सिगरेट में मौजूद निकोटीन और अन्य रसायन धमनियों को संकुचित कर देते हैं, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। वहीं, शराब का अत्यधिक सेवन दिल की धड़कनों को अनियमित कर सकता है और रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
फेफड़ों पर बुरा असर
सिगरेट के धुएं में मौजूद टॉक्सिक तत्व सीधे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। फेफड़ों की क्षमता कम होना और अंत में फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, शराब पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे शरीर की संक्रमणों से लड़ने की क्षमता घट जाती है। शराब और सिगरेट का संयोजन फेफड़ों की बीमारियों, जैसे क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज इम्फीसिमा, का खतरा बढ़ा देता है।