Home Remedies for PCOS : पीसीओएस की समस्या महिलाओं में देखने को मिल रही है। इस समस्या का कारण है हार्मोनल असंतुलन, अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, जिन भी लोगों को ऐसा हो रहा है, वे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की दिक्कत से जूझ रहे हैं। अगर आपके साथ इस तरह की दिक्कत है तो कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं। यहां 3 सरल और प्रभावी घरेलू उपाय दिए गए हैं जिन्हें पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं आजमा सकती हैं।

एलोवेरा का जूस

एलोवेरा का जूस पीसीओएस में हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और मेटाबोलिज्म को सुधारने में मदद करते हैं। यह त्वचा और बालों की समस्याओं का भी समाधान करता है, जो पीसीओएस के दौरान आमतौर पर होती हैं।

  • 1 कप एलोवेरा जूस रोज सुबह खाली पेट पिएं।
  • इसे एक महीने तक नियमित रूप से लेने से पीसीओएस के लक्षणों में सुधार देखा जा सकता है। 

मेथी के बीज 

मेथी के बीज पीसीओएस के इलाज में बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज का सही संतुलन बना रहता है। इसके नियमित सेवन से हार्मोनल असंतुलन भी नियंत्रित हो सकता है।

  • 1 चम्मच मेथी के बीज रातभर पानी में भिगो दें।
  • सुबह खाली पेट इन्हें चबा लें और पानी भी पी लें।
  • दिन में दो बार और भोजन के 30 मिनट पहले इसी प्रक्रिया को दोहराएं।

दालचीनी 

दालचीनी पीसीओएस में इंसुलिन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह आपके मेटाबोलिज्म को सुधारने में भी सहायक है, जिससे वजन नियंत्रण में रहता है और पीरियड्स नियमित होते हैं। 

  • 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर को गर्म पानी में मिलाएं और रोजाना सुबह पी लें।
  • चाय पीने की जगह आप इसे पी सकती हैं। 

पीसीओएस की समस्या को सही देखभाल, संतुलित आहार, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर  नियंत्रित किया जा सकता है। इन घरेलू उपायों का नियमित रूप से पालन करने से पीसीओएस के लक्षणों में राहत मिल सकती है। हालांकि, किसी भी घरेलू उपचार को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकती हैं।