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Late Night Sleeping Side Effects: लाइफस्टाइल में बदलाव के चलते रात में देर तक जागने की आदत काफी कॉमन हो गई है। ये आदत शरीर पर काफी बुरा असर डाल सकती है।

Late Night Sleeping Side Effects: तेजी से बदली लाइफस्टाइल का असर हमारे स्लीपिंग पैटर्न पर भी पड़ा है। कुछ दशकों पहले तक जहां लोग रात 10 बजे तक सो जाया करते थे, वहीं अब देर रात तक जागने की आदत बेहद कॉमन हो गई है। आधी रात तक जागना और फिर सुबह देर से उठना, ये हैबिट शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। आप भी अगर देर रात तक जागते हैं तो जल्द ही स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव ले आएं वरना ये आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है। 

देर रात तक जागने के नुकसान

सरकायडियन रिदम - आप अगर देर रात तक जागने की आदत के शिकार हैं तो ये आपकी नेचुरल सरकायडियन रिदम को बिगाड़ देता है। इससे शरीर में जरूरी हार्मोन रिलीज का पैटर्न बिगड़ जाता है और मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है। इससे बॉडी टेम्परेचर में भी बदलाव आने लगता है। 

मेमोरी, एकाग्रता में कमी - आप अगर कई दिनों तक देर रात तक जागते रहते हैं तो ये आपकी दिमागी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे एकाग्रता में कमी आने लगती है और याददाश्त भी कमजोर होने लगती है। ओवरऑल मेंटल अलर्टनेस भी देर रात तक जागने से प्रभावित हो जाती है। 

स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है - देर रात तक जागना शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होता है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार इससे स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोंस जैसे कॉर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है जो कि तनाव, एंजाइटी को बढ़ाते हैं। इस वजह से वजन बढ़ने की समस्या भी देखी जाती है। 

इम्यून सिस्टम - आपका इम्यून सिस्टम अगर कमजोर होने लगा है तो इसके पीछे की वजह देर रात तक जागना भी हो सकती है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर शरीर जल्द बीमारियों और संक्रमण का शिकार हो सकता है। 

मेटाबॉलिज्म - देर रात तक जागने की आदत मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ने का काम भी करती है। इससे इंसुलिन रेसिस्टेंस पैदा होने के साथ वजन में भी बढ़ोतरी होती है। इतना ही नहीं मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का खतरा भी बढ़ जाता है। 

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