Flaxseeds Benefit: अलसी के बीज शरीर के लिए बेहद गुणकारी होते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व कई बीमारियों में लाभ पहुंचाते हैं। अलसी का सेवन दिल से लेकर दिमाग तक को मजबूती देने में मदद करता है। आप अगर बढ़ते वजन से परेशान हैं तो अलसी के बीज खाने से कुछ ही वक्त में शरीर में जमा फैट घटने लगेगा, इसके साथ ही अलसी फाइबर से भरपूर होने की वजह से दिल की सेहत के लिए भी काफी लाभकारी होती है। अलसी में काफी न्यूट्रिएंट्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं।
कैसे खाएं अलसी
अलसी के बीजों का सेवन काफी लाभकारी होता है। अलसी के बीज कई लोग कच्चे खा लेते हैं, तो वहीं कई लोग भुनी अलसी खाना पसंद करते हैं। ओनलीमायहेल्थ के मुताबिक भुनी अलसी का सेवन शरीर को ज्यादा लाभ पहुंचाता है। इसे खाने से ब्रेन फंक्शनिंग को बूस्ट करने में मदद मिलती है और ये शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है।
भुनी अलसी खाने के फायदे
एनर्जी बूस्टर - अलसी के बीज दिखने में भले ही छोटे हैं, लेकिन गुणों के मामले में काफी 'बड़े' हैं। आप अगर सुबह उठकर थकान महसूस करते हैं तो अलसी के भुने बीज खाना शुरू कर दें। इससे कुछ ही वक्त में शरीर में नई ऊर्जा का एहसास होने लगेगा। भुनी अलसी में प्रोटीन की काफी मात्रा होती है।
दिमाग के लिए लाभकारी - अलसी का सेवन दिमाग के लिए भी फायदेमंद होता है। अलसी में ओमेगा फैटी 3 एसिड और ओमेगा 6 फैटी एसिड काफी पाया जाता है जो कि ब्रेन फंक्शनिंग को बेहतर बनाने में मदद करता है। इससे दिमाग के सेल्स हेल्दी होने लगते हैं और मेमोरी शार्प होती है। इससे थिंकिंग पॉवर भी बढ़ता है।
हार्ट हेल्थ - अलसी में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर भुनी अलसी के बीजों को खाने से काफी लाभ मिलता है। अलसी बीज कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं और इन्हें खाने से ब्लड शुगर भी रेगुलेट करने में मदद मिलती है।
वजन घटाए - अलसी में प्रोटीन काफी मात्रा में होता है और इसे खाने से भूख की इच्छा कम हो जाती है। क्रेविंग कम होने का असर आपके वजन पर भी पड़ता है। अलसी में मौजूद फाइबर मेटाबॉलिज्म को भी सुधारता है और वेट लॉस प्रोसेस को बढ़ा देता है। इससे वजन घटाना आसान हो जाता है।
स्किन, हेयर - अलसी खाने से बालों और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी मदद मिलती है। अलसी में विटामिन ई भी पाया जाता है जो कि बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। इसे खाने से फ्री रेडिकल्स से भी बचाव होता है और डाइजेशन भी बेहतर बनता है।