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Sleep Divorce: स्लीप डिवोर्स का नाम पढ़कर आप चौंक सकते हैं। लेकिन असल डिवोर्स की तरह नहीं होता। अगर आप वर्किंग कपल हैं और स्लीप डिवोर्स लेना चाहते हैं तो इससे पहले कुछ बातों का ध्यान रखें। क्या है ये स्लीप डिवोर्स, जानिए।

What is Sleep Divorce: तलाक या डिवोर्स नाम सुनते ही दिमाग में एक अजीब-सी नेगेटिविटी फैलने लगती है। नए दौर की लाइफस्टाइल में सिर्फ डिवोर्स ही नहीं बल्कि नए-नए तरीके के डिवोर्स के बारे में भी सुनने को मिलता रहता है। आजकल स्लीप डिवोर्स के बारे में काफी कुछ सुना जाता है। इस डिवोर्स में पति-पत्नी एक साथ तो रहते हैं, लेकिन बेड या बेडरूम शेयर करने के बजाय अलग-अलग सोना पसंद करते हैं। अब चाहे इसे बदलते वक्त का परिणाम मान लें या उनका कंफर्ट फील करने का तरीका, लेकिन बहुत से वर्किंग कपल इस डिवोर्स को अपना रहे हैं।

क्या है स्लीप डिवोर्स?
हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। कई बार किसी भी एक पार्टनर की नाइट शिफ्ट वर्क शेड्यूल, खर्राटे लेने की आदत या देर रात फोन/लैपटॉप पर काम करने की वजह से दूसरे पार्टनर की नींद डिस्टर्ब होने लगती है। इस वजह से दूसरा पार्टनर, अपनी नींद पूरी ना होने के कारण चिड़चिड़ापन महसूस करता है। ऐसे में स्लीप डिवोर्स का सहारा लिया जाता है। जब दोनों ही पार्टनर वर्किंग होते हैं तो वो इस डिवोर्स को अपनाते हैं। लेकिन जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह इस डिवोर्स के भी पॉजिटिव और नेगेटिव दो तरह के प्रभाव हो सकते हैं।

स्लीप डिवोर्स के नेगेटिव इफेक्ट्स 
स्लीप डिवोर्स के नेगेटिव इफेक्ट्स के बारे में जानने से पहले यह समझ लें कि बेडरूम एक ऐसा कमरा होता है, जहां दांपत्य जीवन की शुरुआत होती है। पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ प्यार, सुख-दुख, शिकायतें, रूठना-मनाना जैसी कई बातें और फीलिंग्स इसी कमरे में साझा करते हैं। दोनों के बीच की बॉन्डिंग इसी कमरे में मजबूत होती है। ऐसे में अगर दोनों यहीं आपस में फासले बना लेते हैं तो यह रिश्ते को खोखला कर सकता है।

रिश्ते में जीवंतता के लिए संवाद बना रहता बहुत जरूरी है। जब कपल अलग-अलग कमरों में सोने लगते हैं तो जाहिर है कि बातचीत कम होती है। इससे रिश्ता कमजोर पड़ सकता है। दोनों पार्टनर के बीच में बातचीत का कम होना, लंबे समय तक फिजिकल रिलेशन का ना बनना, बहुत-सी गलतफहमियों का शिकार भी बना सकता है। कपल एक-दूसरे पर शक भी करने लगते हैं। यह अलगाव तक की नौबत ला सकता है।

पॉजिटिव इफेक्ट्स
अगर स्लीप डिवोर्स दोनों पार्टनर की आपसी समझ के साथ होता है तो यह उनकी सेहत और वर्क परफॉर्मेंस दोनों पर अच्छा प्रभाव डालता है। जैसे अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। यह हमारी बॉडी को हील करती है, सोचने-समझने की शक्ति को बढ़ाती है। ऐसे में स्लीप डिवोर्स का सहारा लेकर कपल, आपसी रजामंदी के साथ अच्छी नींद के लिए यह कदम उठा सकते हैं।

अगर नींद अच्छी ली जाए तो एंग्जायटी या चिड़चिड़ापन से बचा जा सकता है। इसके उलट नींद के अभाव में सिर्फ आपसी परिवार में ही नहीं बाहरी लोगों से भी रिश्ते बिगड़ सकते हैं, आप धीरे-धीरे इनसोमनिया का शिकार हो सकती हैं। इन सबसे बचने में स्लीप डिवोर्स बहुत इफेक्टिव हो सकता है।

स्लीप डिवोर्स अपनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप वर्किंग हैं और नींद ना आने की समस्या से बचना चाहती हैं तो स्लीप डिवोर्स का सहारा ले सकती हैं, लेकिन ऐसा करने से पहले कुछ बातों को जरूर अमल में लाएं।

सबसे पहले अपने पार्टनर के साथ बैठकर अपनी परेशानी शेयर करें, उन्हें समझाएं कि नींद सही ढंग से पूरी ना होने के कारण आपकी प्रोफेशनल, फैमिलियल लाइफ ही नहीं बल्कि हेल्थ भी कैसे प्रभावित हो रही है, जिसके कारण आप कुछ समय के लिए स्लीप डिवोर्स का सहारा लेना चाहती हैं। ऐसा करने से आप दोनों के बीच मतभेद या किसी प्रकार के संदेह की संभावना नहीं होगी।

स्लीप डिवोर्स फॉलो करने पर कोशिश करें कि दिन का कुछ समय सिर्फ अपने पार्टनर के साथ बिताएं। ऐसा करने से आपके बीच अच्छी बॉन्डिंग बनी रहेगी। बिजी रहने की वजह से दिन में घर पर आप अपने पार्टनर को वक़्त नहीं दे पा रही हैं तो उनके लिए छोटे-छोटे प्यार भरे नोट्स या फोन पर मैसज भेज सकती हैं। इससे रिश्ते में इमोशनल गैप नहीं आएगा। एक-दूसरे से भावनात्मक जुड़ाव रहेगा तो हर परिस्थिति में एक-दूसरे के प्रति प्रेम बढ़ेगा।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री रिलेशनशिप साइकोलॉजिस्ट गार्गी मालगुरी से बातचीत पर आधारित है।)

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