Amit Shah In Kishtwar J&K: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा राहुल गांधी और कांग्रेस राज्य को दोबारा आतंकवाद की ओर वापस धकेलना चाहती है। शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), आतंकवाद पर 'नरम' हैं और गठबंधन की स्थिति में आतंकवादियों और पत्थरबाजों को जेलों से रिहा करने की योजना बना रहे हैं।
जब घाटी खून से लथपथ थी फारूक अब्दुल्ला लंदन में छुट्टी मना रहे थे
अमित शाह ने अपने संबोधन में 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में हुए आतंकवाद और खून-खराबे का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब घाटी खून से लथपथ थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला गर्मी की छुट्टियां मनाने लंदन चले गए थे। शाह ने कहा कि यह गठबंधन केवल सत्ता के लालच में जम्मू-कश्मीर की जनता को तकलीफ देता रहा है।
#WATCH | Kishtwar, J&K: Addressing a public rally, Union Home Minister Amit Shah says, "The Congress-National Conference alliance has always nourished terrorism... In the 1990s, Farooq Abdullah was the CM, you were elected after an agreement with Rajeev Gandhi. When the Kashmir… pic.twitter.com/kYTRG0gPnZ
— ANI (@ANI) September 16, 2024
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर सीधा हमला
शाह ने कहा कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया और कश्मीरी पंडितों को बहिष्कृत किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस गठबंधन ने जानबूझकर जम्मू-कश्मीर में आरक्षण लाने में देर की। शाह ने पूछा, "क्या आप फिर से ऐसे गठबंधन को चुनना चाहेंगे, जिसने सिर्फ आतंकवाद फैलाया और कश्मीर को बर्बाद किया?"
फारूक अब्दुल्ला पर सीधा निशाना
कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सत्ता में आने वाले फारूक अब्दुल्ला को अमित शाह ने कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने सवाल किया कि जब कश्मीर में खून बह रहा था, तब अब्दुल्ला कहां थे? शाह ने कहा कि नेहरू, गांधी और अब्दुल्ला परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और आतंकियों को बढ़ावा दिया और अब वह फिर से जनता का समर्थन मांग रहे हैं।
कश्मीरी पंडितों का दर्द
गृह मंत्री ने कश्मीरी पंडितों की स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कश्मीरी पंडितों के साथ विश्वासघात किया। इन पार्टियों ने उन्हें उनके घरों से बेघर कर दिया और घाटी में आतंकवाद को पोषित किया। शाह ने जनता से पूछा कि क्या वे फिर से ऐसी सरकार को सत्ता में देखना चाहेंगे जिसने कश्मीर को आतंकवाद के चंगुल में डाल दिया।
आतंकवाद और राजनीति का गठजोड़
अमित शाह ने इस मौके पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और राजनीति के गठजोड़ पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने केवल सत्ता के लिए आतंकवाद को संरक्षण दिया और इस क्षेत्र की जनता को धोखा दिया। शाह ने जनता से अपील की कि वे ऐसे गठबंधन से सावधान रहें, जिसने केवल तबाही और आतंक फैलाया है।
जागरूक रहे कश्मीर की जनता
अमित शाह ने जनसभा के अंत में जम्मू-कश्मीर की जनता से अपील की कि वह जागरूक रहें और सही सरकार का चुनें। उन्होंने कहा कि यह समय है कि जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास की बहाली हो और आतंकवाद को हमेशा के लिए समाप्त किया जाए। शाह ने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के झूठे वादों से सावधान रहें।