Andhra social Media Crackdown: आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू सरकार ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। राज्य सरकार ने 100 मामले दर्ज किए हैं और 39 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उन पोस्ट्स पर की गई है, जिनमें राज्य की अलग अलग पार्टियों के नेताओं और उनके परिवारों को निशाना बनाया गया था। पुलिस का कहना है कि इस तरह की पोस्ट्स से अलग अलग लोगों के समूहों में संघर्ष पैदा हो सकता है।
नेताओं और उनके परिवारों को निशाना बनाने पर सख्ती
इनमें से कई पोस्ट्स में मुख्य रूप से मुख्यमंत्री नायडू की पत्नी भुवनेश्वरी, उनके बेटे और मंत्री नारा लोकेश की पत्नी ब्राह्मिणी और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की बेटियों को टारगेट किया जा रहा था। साथ ही, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला को भी निशाना बनाया गया। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे आपत्तिजनक पोस्ट्स पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा, ताकि समाज में शांति बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपनी पार्टी के सदस्यों से अपील की है कि वे उकसावे वाली पोस्ट्स पर संयमित प्रतिक्रिया दें। नायडू ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि शालीनता से पेश आएं। सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से निपटने के लिए पुलिस की जांच तेज की जाएगी। दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।
देखें जगनमोहन रेड्डी ने इस कार्रवाई को लेकर क्या कहा:
यह इलिगल डिटेंशन का मामला है: जगन मोहन
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि इस मामले में मामले दर्ज किए जाने चाहिए।अगर किसी की पोस्ट आपको पसंद नहीं है तो आप उसे नोटिस भेजिए, मामले दर्ज किए। लेकिन एक व्यक्ति के खिलाफ पांच पांच जगहों पर मामला दर्ज किया जा रहा है और उन्हें हर जगह ले जाया जा रहा है। लेकिन लोगों को उठाकर उनसे मारपीट करना सही नहीं है। आप रूल बुक का पालन करें। अगर आप ऐसा नहीं कर रहें तो इसका मतलब है कि आप कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह इलिगल डिटेंशन है।
विपक्षी पार्टी ने कहा - मिले 650 नोटिस, हुए 147 केस
विपक्षी पार्टी वाईएसआरसीपी ने सरकार पर इसे बदले की कार्रवाई कहा है। जगनमोहन रेड्डी ने कहा है कि उनके कार्यकर्ताओं को अब तक 650 नोटिस भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा, उनके खिलाफ 147 मामले दर्ज किए गए हैं और 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विपक्ष ने इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताया है। वाईएसआरसीपी ने कहा कि सरकार बदले की भावना से प्रेरित होकर ऐसी कार्रवाई कर रही है।
फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा पर भी हुआ केस
आंध्र पुलिस ने मशहूर फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा पर भी केस किया है। राम गोपाल वर्मा को सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मॉर्फ्ड तस्वीरें पोस्ट करने के मामले में समन भेजा गया है। वर्मा को अगले सप्ताह जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है। वर्मा ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि वह जांच में सहयोग करेंगे।
सरकार का सोशल मीडिया पर सख्त रुख
आंध्र प्रदेश सरकार सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स पर सख्त नजर रख रही है। वहीं, दबी जुबान से यह भी कहा जा रहा है कि आंध्र प्रदेश सरकार का यह एक्शन सोशल मीडिया पर सरकार को लेकर बनाई जा रही निगेटिव नैरेटिव पर काबू पाने के लिए है। सरकार ऐसे सोशल मीडिया हैंडलर्स को टारगेट कर रही है जो किसी न किसी तरह विपक्षी पार्टियों से जुड़े हैं।