Bihar Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब बिहार चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर 225 से ज्यादा सीटें जीतने टार्गेट तय किया। बिहार इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। NDA के नेता इस बार भी सत्ता में वापसी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिख रहे हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का कहना है कि दिल्ली के नतीजों का बिहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि झारखंड का परिणाम ज्यादा अहम होगा।
NDA को फिर से बिहार की सत्ता में लौटने का भरोसा
BJP विधायक और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि NDA सरकार 2005 से बिहार में लगातार विकास से जुड़े काम कर रही है। तारकिशोर प्रसाद ने दिल्ली चुनाव में जीत के बाद कहा है कि 2025 में भी NDA सत्ता में लौटेगा। इसके बाद एनडीए राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। NDA के कद्दावर नेताओं का मानना है कि जनता उनके काम से खुश है। ऐसे में दिल्ली की तरह बिहार में भी एनडीए जीत हासिल करेगी। तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल बिहार के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
दिल्ली नतीजे बिहार का ट्रेलर? NDA में उत्साह
केंद्र सरकार में मंत्री और NDA सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतन राम मांझी ने भी कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में भी एनडीए की जीत का परचम लहराएगा। मांझी ने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे बिहार में एनडीए की वापसी का ट्रेलर है। जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि दिल्ली तो झांकी है, बिहार अभी बाकी है... जय NDA! मांझी का कहना है कि दिल्ली में बीजेपी की जीत बिहार चुनाव में भी दोहराई जाएगी। NDA के दूसरे नेताओं का भी मानना है कि दिल्ली में जिस तरह भाजपा को जनसमर्थन मिला, वह बिहार में भी देखने को मिलेगा।
RJD ने BJP के दावों को किया खारिज
वहीं, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी RJD ने BJP के दावों को खारिज किया। RJD ने कहा है कि कि दिल्ली के नतीजों का बिहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। इस बार विधानसभा चुनाव में जनतास NDA को सत्ता से बेदखल करेगी। तिवारी ने झारखंड चुनाव के नतीजों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वहां की जनता ने भाजपा को हराकर बदलाव का संकेत दिया था। तिवारी का कहना है कि बिहार में महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दे अहम होंगे। बिहार के चुनाव पर दिल्ली इलेक्शन के नतीजों का कोई असर नहीं होगा।
नीतीश की वापसी से NDA को फायदा
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन छोड़कर फिर से NDA का दामन थाम लिया था। लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू को इसका फायदा मिला। NDA ने बिहार की 40 में से 30 लोकसभा सीटों पर जीत ळज्ञ। भाजपा नेताओं का मानना है कि नीतीश कुमार की वापसी ने NDA की स्थिति को और मजबूत कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता NDA को पसंद करती है और विधानसभा चुनाव में भी इसी का असर दिखेगा।
क्या झारखंड का असर बिहार में भी दिखेगा?
राजद का कहना है कि झारखंड चुनाव के नतीजे बिहार की राजनीति पर असर पड़ेगा। झारखंड में हाल ही में विपक्षी दलों ने बीजेपी को हराकर सरकार बनाई है। राजद नेताओं का दावा है कि बिहार में भी जनता बदलाव चाहती है और इस बार NDA को हराने का मन बना चुकी है। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि बिहार और झारखंड की राजनीति अलग-अलग है और वहां के नतीजों का बिहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बिहार चुनाव में बजट का क्या रहेगा असर?
BJP को उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में बिहार के लिए की गई घोषणाओं का फायदा उन्हें चुनाव में मिलेगा। केंद्र सरकार ने बिहार के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, जिनका असर वोटिंग पैटर्न पर पड़ सकता है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या NDA इस माहौल का फायदा उठा पाएगा या विपक्षी दल महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को भुनाकर जनता का समर्थन हासिल करेंगे। बिहार की राजनीति में अगले कुछ महीनों में हलचल तेज होने वाली है।