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Paper Leak Investigation: बिहार EOU के मुताबिक NEET UG परीक्षा की गड़बड़ियों की जांच में एनटीए ने पूरा सहयोग नहीं किया। क्वेश्चन पेपर का सैंपल समय से नहीं दिया।

Paper Leak Investigation: बिहार पुलिस ने NEET UG पेपर लीक जांच में देरी के लिए NTA (National Testing Agency) को जिम्मेदार ठहराया है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ( EOU) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि NEET UG परीक्षा की गड़बड़ियों की जांच में एनटीए ने पूरा सहयोग नहीं किया। पटना से बरामद जले हुए प्रश्न पत्र से मिलान के लिए समय से क्वेश्चन पेपर का सैंपल नहीं दिया। अगर यह समय से मिल गया होता, तो जांच जांच अब तक पूरी हो गई होती। 

बता दें कि बिहार ईओयू ने 5 मई को NEET UG परीक्षा से एक दिन पहले पटना से जले हुए प्रश्न पत्र बरामद किए थे। इसका ऑरिजिनल क्वेश्चन पेपर से मिलान करने के लिए NTA से  प्रश्नपत्र के नमूने उपलब्ध कराने के लिए गया था। अधिकारी ने बताया कि नमूनों की कमी के कारण जांच में देरी हुई है।

सीबीआई को ईओयू ने सौंपी दी है जांच रिपोर्ट
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अब इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। सीबीआई ने बिहार के साथ-साथ गुजरात और राजस्थान में एनईईटी-यूजी अनियमितताओं के संबंध में दर्ज मामलों को भी अपने हाथ में ले लिया है। ईओयू द्वारा अब तक की गई जांच के अनुसार, एनटीए द्वारा प्रश्नपत्र के नमूने समय पर न भेजने के कारण जांच में बाधा उत्पन्न हुई है।

एनटीए से नमूने से हुआ 68 प्रश्न पत्रों का मिलान
ईओयू के अधिकारी ने बताया कि नमूने प्राप्त करने में देरी के कारण जांच में देरी हुई। 20 जून को ही ईओयू को दिल्ली बुलाया गया था और तब नमूने मिले थे। नमूने मिलने के बाद, ईओयू ने पाया कि जली हुई पुस्तिका हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के एक केंद्र की थी। उन्होंने कहा कि हमने वहां के 68 प्रश्न पत्रों का मिलान एनटीए के नमूनों से किया।

परीक्षा केंद्र में बक्सों के साथ हुई छेड़छाड़
पेपर लीक के हजारीबाग लिंक की पुष्टि होने ने के बाद, बिहार पुलिस की एक टीम ने दो बक्सों की जांच की। इन बक्सों में ही प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र में ले जाए गए थे। दोनों बक्सों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने पुलिस को बताया कि तकनीकी समस्या के कारण बक्सों पर लगे डिजिटल लॉक नहीं खुल सके थे। इसके बाद एनटीए के निर्देश पर इन बक्सों को तोड़ दिया गया था।

सबूत सीएफएसएल को भेजे गए
ईओयू अधिकारी ने कहा कि बक्सों और उसके अंदर के लिफाफों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। सभी सबूत केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ( CFSL) को भेज दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि जांच एक एडवांस स्टेज में पहुंच गई है। जांच के दौरान यह पाया गया है कि प्रश्नपत्रों वाले बॉक्स के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इस बात के पर्याप्त सबूत जांच के दौरान मिले हैं। 

मामला अब सीबीआई के पास
ईओयू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एनएच खान ने कहा कि मामला अब सीबीआई के पास है। ईओयू ने जो भी विश्वसनीय सबूत एकत्र किए हैं, उन्हें  सेंट्रल जांच एजेंसी को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को भी सौंपनी है। हम अपनी जांच की मौजूदा स्थिति और अब तक जुटाए गए सबूतों को एक सीलबंद लिफाफे में सीबीआई और केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपेंगे। 

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