Andhra Pradesh Politics News: आंध्र प्रदेश की सत्ता हाथ से जाते ही पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस्तीफा देने के महज 10 दिन बाद ही रेड्डी पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई। शनिवार को अमरावती में रेड्डी की पार्टी का निर्माणाधीन ऑफिस राज्य सरकार ने बुलडोजर से गिरा दिया है। क्षेत्र विकास प्राधिकरण(CRDA) ने सुबह 5.30 बजे यह कार्रवाई की है। इससे पहले हैदराबाद महानगर निगम (GHMC) ने रेड्डी के लोट्स पॉन्ड आवास से लगे फुटपाथ्ज्ञ पर अवैध निर्माध को तोड़ा।
#WATCH | CORRECTION | Amaravati, Andhra Pradesh: YSRCP's under-construction* central office in Tadepalli was demolished today early morning. As per YSRCP, "TDP is doing vendetta politics.
— ANI (@ANI) June 22, 2024
The demolition proceeded even though the YSRCP had approached the High Court the previous… pic.twitter.com/mwQN1bEXOr
कार्रवाई पर क्या बोले जगन मोहन
राज्य सरकार की एजेंसियों की इस कार्रवाई पर YSRCP प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री और TDP सुप्रिमो चंद्रबाबू नायडू बदले की राजनीति कर रहे हैं। वे एक तानाशाह की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
9,365 वर्ग फीट में बन रहा था ऑफिस
बता दें कि सितंबर 2023 में जब YSRCP की सरकार थी और जगनमोहन रेड्डी CM थे, तब TDP चीफ चंद्रबाबू नायडू को सुबह 6 बजे उनके घर से गिरफ्तार किया था। CID ने भ्रष्टाचार के आरोप में चंद्रबाबू को अरेस्ट किया था। गुंटूर के तड़ेपल्ली में 9,365 वर्ग फीट में बन रहे YSRCP का ऑफिस भी 5:30 बजे तोड़ा गया।
फुटपाथ पर बने निर्माण को ध्वस्त किया
हैदराबाद महानगर निगम (जीएचएमसी) ने इससे पहले जगन मोहन रेड्डी के लोटस पॉन्ड आवास से लगे फुटपाथ पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। जीएचएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नगर निगम के अधिकारियों ने जगन के आवास के सामने फुटपाथ पर परिसर की दीवार से सटे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि इन अवैध निर्माण का उपयोग सुरक्षाकर्मियों द्वारा किया जा रहा था।
जगन मोहन रेड्डी पर ये आरोप
सरकार बनाने के बाद तेलुगु देशम पार्टी (TDP)ने पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी पर सार्वजनिक धन के गलत उपयोग का आरोप लगाया है। TDP का कहना है कि जगन ने विशाखापट्टनम में समुद्र के किनारे रुशिकोंडा पहाड़ी पर अपने लिए लग्जरी C-फेसिंग रिजॉर्ट बनवाया है। इसमें जनता का 500 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। YSRCP ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बिल्डिंग सरकार की है।