PM Modi Rajasthan Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान में दो रैलियां की। पीएम मोदी ने एक रैली बांसवाड़ा में तो दूसरी जालौर में की। दोनों ही जगहों पर लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कांग्रेस पर हमलावर नजर आए। पीएम मोदी ने जालौर की रैली में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर निशाना साधा। वहीं, बांसवाड़ा की रैली में राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला।
बांसवाड़ा की रैली में क्या क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी (देखें Video):
दस साल में दो जिलों में तीन लाख पक्के घर
बांसवाड़ा की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि देश को मजबूत बनाने के लिए आपके सपनाें को मजबूत करने के लिए पूरे देश से राजस्थान से ओर वागड़ से आशीर्वाद मांगने आया है। बीजेपी सबका साथ और सबका विकास, सुशासन का एक उम्दा मंत्र लेकर, समर्पण भाव से काम कर रही है। बांसवाड़ा और डूंगरपुर के जिन तीन लाख परिवारों को पक्के घर मिले हैं, उनमें बड़ी संख्या में आदिवासी परिवार हैं। दस साल में दो जिले में तीन लाख पक्के घर बनवाने का काम, कोई छोटा है क्या?, हमने गरीबों की चिंता की या नहीं की, आदिवासियों की चिंता की या नहीं?
बांसवाड़ा में पौने चार लाख परिवारों तक नल से जल पहुंचा
पीएम मोदी ने कहा कि बांसवाड़ा में पौने चार लाख परिवारों तक नल से जल पहुंचा है। जब नल से जल पहुंचेगा तो माताएं और बहनें किसे आशीर्वाद देंगे। माताएं और बहनों का जिसे आशीर्वाद मिलेगा जीवन में उसे कोई तकलीफ नहीं होती। मेरा यह सौभाग्य है कि मुझे माताओं और बहनों का आशीर्वाद मिल रहा है। बांसवाड़ा और डूंगरपुर की पांच लाख से अधिक बहनों को सस्ते गैस सिलेंडर वाली उज्जवला गैस सिलेंडर मिली है। अगर कोई मां धुएं में खाना पकाती है तो उसके शरीर में 400 सिगरेट जितनी धुआं पहुंचता है। ऐसी मां की चिंता यह बेटा करेगा। इसलिए गैस के चुल्हे दिए।
मैंने कोरोना के समय किसी अमीर को एक पैसा नहीं दिया
कोरोना के समय हमने मुफ्त राशन की योजना शुरू की थी। दुनिया में बहुत बड़ा संकट आया था। संकट में मुझे सबसे पहली याद मेरे आदिवासी भाई बहनों, मेरे गरीब परिवारों की आई। मुझ पर उस समय दबाव था। कोरोना के समय के अखबार निकाल कर देख लीजिए। दुनिया भर के अर्थशास्त्री मुझपर दबाव डालते थे कि उद्योगपतियों को पैसे दे वरना बहुत बड़ा तूफान मच जाएगा, अर्थव्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाएगी,लोगों की नौकरियां चली जाएंगी। लोग भूखे मरेंगे। मैंने किसी की नहीं सुनी। मैंने किसी भी अमीर को एक पैसा नहीं दिया। अगर दिया तो गरीब को मुफ्त राशन दिया। तिजोरी खाली कर दिया लेकिन यह पक्का किया गरीब के घर में चुल्हा जलता रहना चाहिए। उसके बच्चे भूखे नहीं सोने चाहिए। गरीब मां की आंखों से आंसू नहीं आनी चाहिए। आज फिर मैं गांरटी देने आया हूं कि आने वाले पांच साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा।
मेरा मिशन अब हर घर सूर्य घर बनाने का है
पानी और गैस के बाद अब मोदी का मिशन अब हर घर को सूर्य घर बनाने का है। मेरी कोशिश है कि आपका बिजली का बिल जीराे हो जाए। सरकार घर की छत पर छोटा सोलर प्लांट लगाने के लिए पैसे देगी। जितनी बिजली की जरूरत है उसे आप इस्तेमाल करो और जितनी बिजली अतिरिक्त है उसे सरकार खरीदेगी। मोदी हर बार कोई नया काम आप लोगों की सेवा और आप लोगों की मजबूती के लिए करता है, क्योंकि मुझे अपना देश मजबूत बनाने के लिए हर परिवार को मजबूत बनाने की जरूरत है।
कांग्रेस लोगों का सोना लेकर बांट देगी।
जो लोग कांग्रेस छोड़कर बाहर निकले हैं। वे बताते हैं कि कांग्रेस अब पुरानी कांग्रेस नहीं रही। कांग्रेस अब अर्बन नक्सल के चंगुल में फंस गई है। वामपंथियों के चंगुल में फंस गई है। इस बार कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में जो कुछ भी कहा है वह गंभीर है, चिंताजनक है। यह माओवाद की सोच को धरती पर उतारने की उनकी कोशिश है।उन्होंने कहा है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो हर एक व्यक्ति की संपत्ति का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास सोना कितना है उसकी जांच की जाएगी, उसका हिसाब किया जाएगा। हमारे आदिवासी परिवार में चांदी होता है, उसका हिसाब लिया जाएगा। कांग्रेस लोगों का सोना लेकर उसे सब में बांट देगी।
जालौर की रैली में क्या क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी (देखें Video):
'देश कांग्रेस को उसके पापों की सजा दे रहा'
जालौर की रैली में बिना नाम लिए सोनिया गांधी पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग चुनाव नहीं जीत सकते, मैदान छोड़कर भाग गए हैं और राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने देश पर 60 साल तक राज किया। इसी कांग्रेस ने हमारी माताओं बहनों को शौचालय, गैस, पानी, बिजली, पानी और बैंक अकाउंट जैसी छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसाया। इसी कांग्रेस ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार का दीमक फैलाकर देश को खाेखला कर दिया। उनके इन्हीं पापाें की सजा देश कांग्रेस को दे रहा है। देश का युवा इतना गुस्से में हैं कि दोबारा कांग्रेस का मुंह नहीं देखना चाहता।
'देश को 2014 से पहले के हालात वापस नहीं चाहिए'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को ऐसी कांग्रेस सरकार नहीं चाहिए। देश को 2014 से पहले के हालात वापस नहीं चाहिए। हर कोई कांग्रेस की कमजोर सरकार को धमकाते थे। हर कोई देश को लूटने में जुटा था। प्रधानमंत्री को तो कोई पूछता ही नहीं था। सरकार रिमोट कंट्रोल से चला करती थी। कैबिनेट से पास हुए अध्यादेश, देश की संवैधानिक संस्था द्वारा पास हुए निर्णय को उनकी ही पार्टी के नेता मीडिया की मीटिंग बुलाकर रौब से फाड़ कर फेंक देते हैं। क्या ऐसी दुर्बल अवस्था देश को मजबूत बना सकती है।
'अपनी हालत के लिए खुद कांग्रेस ही गुनहगार'
पीएम मोदी ने कहा कि अस्थिरता की प्रतीक कांग्रेस पार्टी और उनका कुनबा देश को चला सकता है क्या? पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी की जो हालत हुई है, उसकी गुहनगाह वह खुद है। आपके यहां से राज्यसभा में कांग्रेस के एक दक्षिण के नेता को भेजा। क्या उन्होंने कभी भी एक भी बार राजस्थान के बारे में सदन में बात की। आपने बड़ी उदारतापूर्वक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में उनको राज्यसभा में भेजा। यह ठीक है कि वह काफी समय बीमार रहे, लेकिन क्या आपने कभी उनको कभी दोबारा राजस्थान में देखा।
'कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं मिल रहे'
पीएम मोदी ने कहा कि अब एक बार फिर उनके दूसरे नेता को राजस्थान के लोगों ने बचाने की कोशिश की है। जो लोग चुनाव जीत नहीं सकते वह मैदान छोड़कर भागे हैं और राजस्थान से राज्यसभा में आए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस की हालत काफी खराब है। पीएम मोदी ने कहा कि जिस पार्टी ने कभी 400 सीटें जीती थीं, देखिए इनकी हालत की आज वो 300 सीटाें पर चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। आज कांग्रेस की हालत यह है कि उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं।
कई राज्यों में आपस में ही लड़ रहे इंडी गठबंधन के लोग
कांग्रेस ने अब एक अवसरवादी इंडी गठबंधन बना लिया है। इस गठबंधन की पतंग उड़ने से पहले की कट गई है। कहने को तो गठबंधन है लेकिन हालत यह है कि कई ऐसे राज्य है जहां पर गठबंधन वाले ही आपस में लड़ रहे हैं। इस लोकसभा चुनाव में देश में 25 प्रतिशत सीटें ऐसी हैं, जहां इस गठबंधन के लोग एक दूसरे को मारने काटने में लगे हैं। एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। अगर चुनाव से पहले इतनी लड़ाई चल रही है तो चुनाव के बाद लूट के लिए कितनी लड़ाई लड़ेंगे। क्या ऐसे लोगों को हम देश सुपुर्द कर सकते हैं क्या?