Study debt-free in foreign country: भारत से हर साल हायर एजुकेशन के लिए लाखों स्टूडेंट अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में जाते हैं। विदेश में शिक्षा लेना थोड़ा महंगा और फाइनेंशियल तौर पर जटिल भी है। ऐसे में फॉरेन जाकर पढ़ाने करने वालों को एजुकेशन लोन चुकाने को लेकर स्ट्रगल करना पड़ता है। पढ़ाई का खर्च आपके जीवन में बोझ न बने इसके लिए कुछ जरूरी सुझाव यहां बताए जा रहे हैं। वक्त रहते बेहतर प्लानिंग कर आप एजुकेशन लोन को आसानी से चुका सकते हैं।
कैसे कर्ज मुक्त होकर विदेश में पढ़ाई करें?
- विदेशी शिक्षा की सबसे बड़ी चुनौती महंगाई है। हालांकि, कई छात्रों को लंबे टेन्योर और पेमेंट के कारण लोन लेने में हिचकिचाहट होती है। लेकिन सही स्ट्रैटजी अपनाएंगे तो विदेश में कर्ज मुक्त पढ़ाई कर सकते हैं। इसके कुछ चरण है, जैसे- लोन के लिए प्लान तैयार करें, वित्तीय मदद लें, एक्सचेंज प्रोग्राम का चयन करें और संभव हो तो स्कॉलरशिप व ग्रांट का फायदा उठाएं।
- सबसे कारगर तरीका कर्ज चुकाने का है। पढ़ाई के साथ-साथ पैसे कमाने के लिए पार्ट टाइम नौकरी कर सकते हैं। अपने बजट को कम खर्च के साथ बैलेंस करें, गैर जरूरी पैसे बर्बाद न करें।
एजुकेशन लोन भरने के क्या हैं तरीके?
1) कैश डिपॉजिट– सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बैंक एजुकेशन लोन ईएमआई के लिए कैश स्वीकार करते हैं। ऐसे में ऑनलाइन सर्विस लेकर या बैंक जाकर ईएमआई जमा कर सकते हैं। कैश ईएमआई जमाकर करने पर बैंक शुल्क नहीं लेता है।
2) चेक के रूप में– सभी बैंक शिक्षा ऋण के लिए चेक स्वीकार करते हैं। कुछ बैंक चेक संग्रहण सेवाएं और डिमांड ड्राफ्ट्स प्रदान करते हैं, लेकिन ये सभी विदेशी बैंक में नहीं लिया जाता है। कई कॉलेज पीडीसी (पोस्ट-डेटेड-चेक्स) से रीपेमेंट लेते हैं।
3) ईएमआई के रूप में– एजुकेशन लोन को ऑटोमेटेड लोन ईएमआई के जरिए भरा जा सकता है। जिसमें इलेक्ट्रॉनिक क्लियरेंस सर्विस (ECS) या नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (NACH) शामिल हैं।
तुरंत फॉरेन एजुकेशन लोन कैसे चुकाएं?
- एजुकेशन लोन आपके भावी लक्ष्यों को हासिल करने और विदेशी संस्थान तक पहुंचाने में मदद करता है। EMI के चक्र से बचने के लिए कई लोग शिक्षा ऋण लेने में हिचकिचाते भी हैं। लेकिन सही स्ट्रैटजी से आप इसे तेजी से चुकता कर सकते हैं।
1) इंस्टॉलमेंट्स के साथ अतिरिक्त पैसे भुगतान करें। लोन वापस करने के नियम और शर्तें ध्यान से समझें।
2) पार्ट-टाइम नौकरी प्राप्त करें। विदेश में पढ़ाई के साथ पार्ट-टाइम नौकरी कर टाइम पर ब्याज चुका सकते हैं।
3) हाई इंटरेस्ट वाले लोन को कम करें। अगर आपके पास कई ऋण हैं, तो पहले ज्यादा इंटरेस्ट वाले लोन को चुकाया जाए।
4) एक निश्चित मात्रा में पैसे बचाना आपका बजट संतुलित करता है। बजट को संतुलित करने के लिए हर महीने का प्लान बनाएं।
5) कर कटौती के लिए दावा करें। आयकर के सेक्शन 80ई के तहत शिक्षा ऋण चुकाने पर छूट ले सकते हैं।