Boeing Aircraft Alert: भारतीय विमानन नियामक DGCA ने बोइंग 737 एयरक्राफ्ट में रडर कंट्रोल सिस्टम के संभावित जोखिमों को लेकर एयरलाइंस को नई सिक्योरिटी गाइडलाइन जारी की हैं। रडर सिस्टम विमान की दिशा को कंट्रोल करने वाला प्रमुख उपकरण होता है। डीजीसीए ने बोइंग 737 का ऑपरेशन कर रहीं सभी एयरलाइंस को कहा है कि वे सुरक्षा जोखिम का आकलन (सेफ्टी रिस्क असेसमेंट) करें और कुछ इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग बंद को बंद करें।
लो विलिबिलिटी या खराब मौसम में नहीं हो सकेगी लैंडिंग
DGCA ने बयान में कहा, "सभी फ्लाइट क्रू को जाम या सीमित रडर कंट्रोल सिस्टम की संभावना के बारे में सूचित किया जाए और उचित सावधानियां बरती जाएं।" पायलटों को इस परेशानी को पहचानने और उससे निपटने के लिए ट्रेंड किया जाएगा और कुछ एडवांस लैंडिंग टेकनिक्स को अस्थायी तौर पर बंद किया जाएगा। यह गाइडलाइन सर्दियों में ऑटो-लैंडिंग ऑपरेशन पर खासा प्रभाव डालेगा, जब लो विजिबिलिटी के कारण ऐसी लैंडिंग ज्यादा होती हैं। जब तक यह समस्या हल नहीं हो जाता, तब तक लो विलिबिलिटी या खराब मौसम में लैंडिंग नहीं की जा सकेगी।
भारतीय पीएम-राष्ट्रपति भी यूज करते हैं बोइंग 737 विमान
इंडियन एविएशन वाचडॉग के यह निर्देश Air India Express, Akasa, SpiceJet और भारतीय वायुसेना जैसी एयरलाइंस पर लागू होंगे, जो बोइंग 737 के अलग-अलग मॉडल्स को ऑपरेट करती हैं। बोइंग 737 एक पुराना और भरोसेमंद एयरक्राफ्ट है, जिसे भारत में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है और इस विमान का इस्तेमाल प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की उड़ानों के लिए भी होता है।
फरवरी में जाम हो गए थे एक बोइंग विमान के रडर पेडल
DGCA का यह कदम अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) की एक रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है, जिसमें बोइंग 737 एयरक्राफ्ट्स में रडर कंट्रोल सिस्टम से जुड़ी संभावित समस्याओं का उल्लेख किया गया है। NTSB की रिपोर्ट एक फरवरी की घटना के बाद आई थी, जिसमें न्यूयॉर्क में लैंडिंग के दौरान एक 737 मैक्स 8 एयरक्रॉफ्ट के रडर पेडल न्यूट्रल स्थिति में जाम हो गए थे। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं लगी थी। बोइंग की तरफ से इस मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।