Farooq Abdullah: जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कश्मीर कभी भी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा और पाकिस्तान को अपने देश की बेहतरी पर ध्यान देना चाहिए। फारूक अब्दुल्ला का यह बयान उन घटनाओं के बाद आया है जब कश्मीर में निर्दोष नागरिकों और सैनिकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस बयान ने लोगों के बीच एक सख्त संदेश भेजा है।

लगातार आतंकी हमलों पर जताई चिंता
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बीते 30 वर्षों से वह इस प्रकार के हमले देख रहे हैं। उनका मानना है कि जब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकलेगा, तब तक यह सिलसिला थमने वाला नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर के लोग कभी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेंगे। इसके बजाय पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना चाहिए और क्षेत्र में शांति का रास्ता अपनाना चाहिए।

निर्दोषों की हत्या पर जाहिर की नाराजगी
फारूक अब्दुल्ला ने मासूम नागरिकों की हत्या पर गहरा आक्रोश जताते हुए सवाल किया कि आखिर पाकिस्तान कश्मीर के भविष्य को बर्बाद करने पर क्यों तुला हुआ है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। उनका मानना है कि पाकिस्तान अपने देश की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करे और उसमें सुधार लाए। उन्होंने इस पर अफसोस जताया कि पाकिस्तान खुद बर्बाद हो रहा है और कश्मीर को भी अपने साथ ले डूबना चाहता है।

दोस्ती का रास्ता अपनाने की अपील
फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान से अपील की कि वह आतंकवाद को खत्म कर शांति और दोस्ती का रास्ता चुने। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा, तो उसे भविष्य में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत से ही समस्या का समाधान संभव है और इससे कश्मीर के लोगों का भविष्य उज्ज्वल होगा।

गुलमर्ग में हुआ आतंकी हमला
गुलमर्ग में हाल ही में हुए हमले में तीन भारतीय जवान और दो सेना के पोर्टर शहीद हो गए। आतंकियों ने बोटापाथरी इलाके में सेना के दो ट्रकों पर गोलीबारी की थी, जो अफरावत रेंज के नागिन पोस्ट की ओर जा रहे थे। यह हमला गुलमर्ग के पर्यटक स्थल से मात्र 6 किमी की दूरी पर हुआ। इस घटना ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर किया है।

दो सप्ताह में 20 लोगों की मौत
पिछले दो हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हमलों में 20 लोगों की जान चली गई है। इनमें नागरिक, श्रमिक, गैर-स्थानीय लोग, एक डॉक्टर और सेना के पोर्टर शामिल हैं। इससे पहले 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर आतंकियों ने हमला कर सात लोगों की हत्या कर दी थी। इन घटनाओं ने कश्मीर में आम लोगों के मन में एक भय का माहौल पैदा कर दिया है।