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निवेश रिसर्च करने वाली कंपनी Hindenburg के पोस्ट से भारत में खलबली मच गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि अब अडानी ग्रुप और SEBI के बारे में कुछ खुलासे हो सकते हैं। आइए जानते है हिंडनबर्ग का मालिक कौन है और कैसे इसकी रिपोर्ट ने भारत में प्रभाव डाला।

Hindenburg Owner: निवेश रिसर्च करने वाली अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते दिनों अदाणी समूह को लेकर जो खुलासे किए थे, उससे भारतीय बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी। दरअसल कंपनी के एक ताजा सोशल मीडिया पोस्ट ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। इस पोस्ट में कंपनी ने लिखा है कि 'भारत में जल्द कुछ बड़ा खुलासा करेंगे'। ऐसे में आइए जानते है हिंडनबर्ग का मालिक कौन है?

नाथन एंडरसन है हिंडनबर्ग का मालिक
नाथन एंडरसन नाम का एक शख्स ने हिंडनबर्ग नाम से इस कंपनी की शुरुआत की। इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर रिसर्च करना है। इस रिसर्च के जरिए कंपनी ये पता करती है कि शेयर बाजार में कहीं गलत तरह से पैसों की हेरा-फेरी तो नहीं हो रही है। 

बड़ी कंपनियां अपने लाभ के लिए अकाउंट मिसमैनेजमेंट तो नहीं कर रही हैं। इस तरह की जानकारी जुटाने के बाद हिंडनबर्ग कंपनी एक विस्तार से रिपोर्ट पब्लिश करती है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर दुनियाभर के शेयर मार्केट पर देखने को मिलता है।

साल 2017 में शुरू की कंपनी
नाथन एंडरसन ने मेरिका की कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल बिजनेस में ग्रेजुएशन किया हैं। इसके बाद वो नौकरी की शुरुआत एक डेटा रिसर्च कंपनी के साथ करता हैं। नौकरी करते हुए एंडरसन डेटा और शेयर मार्केट की बारीकियों को समझता है। कुछ दिन नौकरी करने के बाद उसे इस बात का अंदाजा हो जाता है कि शेयर मार्केट दुनिया के पूंजीपतियों का सबसे बड़ा अड्डा है।

इसमें (शेयर मार्केट) काफी कुछ ऐसा हो रहा है जो आम लोगों की समझ से पारे है। इसी वजह से एंडरसन के दिमाग में फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी शुरू करने का आइडिया आता है और साल 2017 में एंडरसन हिंडनबर्ग नाम से एक कंपनी की शुरुआत करता है।

हिंडनबर्ग ने अडाणी कंपनी को लेकर क्या खुलासे किए हैं?
हिंडनबर्ग ने अडाणी कंपनी को लेकर अपनी रिसर्च में 3 बड़े आरोप लगाए हैं, जिसके चलते अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर पहला आरोप लगाया है कि अडाणी की कंपनियों का प्राइज अर्निंग रेश्यो दूसरी कंपनियों से काफी ज्यादा है। उसने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर की कीमत उसी सेक्टर में बिजनेस करने वाली दूसरी कंपनियों की तुलना में 85% तक ज्यादा है।

वही, अड़ानी ग्रुप पर दूसरा आरोप है कि शेयर मार्केट में हेराफेरी करके अपने शेयरों की कीमत बढ़वाई है। अडानी ग्रुप पर तीसरा और सबसे बड़ा आरोप है कि कंपनी पर 2.20 लाख करोड़ से ज्यादा का भारी कर्ज है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनियों ने अपनी वैल्यू से ज्यादा कर्ज ले रखा है।

अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों पर क्या कहा?
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी ग्रुप ने मामले की सफाई देते हुए कहा था कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट गलत सूचनाओं और फैक्ट्स के आधार पर तैयार की है। इसके जारी होने के बाद हमारे शेयरहोल्डर्स और इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर गलत असर पड़ेगा। उन्होंने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी धमकी दी थी।

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