Amir Sarfaraz Tamba: पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सरगना आतंकी हाफिज सईद के करीबी गैंगस्टर अमीर सरफराज तांबा का खात्मा हो चुका है। अज्ञात बंदूकधारियों ने रविवार को उसे गोलियों से छलनी कर दिया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर अमीर सरफराज पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय सरबजीत सिंह की हत्या का आरोपी था। सरबजीत सिंह पर जेल में कुछ पाकिस्तानी कैदियों ने ईंटों और लोहे की रॉड के हमला किया था, इस हमले में उनकी मौत हो गई थी।
बाइक से आए हमलावरों से की ताबड़तोड़ फायरिंग
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमीर सरफराज आतंकी हाफिज सईद के चुनिंदा गुर्गों में शामिल था। वह आजकल लाहौर में ठहरा हुआ था। इस्लामपुरा इलाके में रविवार को मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने सरफराज पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। हमले में वह बुरी तरह से जख्मी हो गया, जिसे बाद में गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान तांबा ने दम तोड़ दिया। गैंगस्टर अमीर सरफराज तांबा का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था और वह आतंकी संगठन लश्कर की शुरुआत करने वाले हाफिज सईद का करीबी सहयोगी था।
सरबजीत पर जेल में बदमाशों ने किया था हमला
बता दें कि 49 वर्षीय सरबजीत सिंह लाहौर की हाई सिक्योरिटी लखपत जेल में बंद थे। इस दौरान गैंगस्टर सरफराज और उसके गुर्गों ने भारतीय कैदी सरबजीत पर क्रूर तरीके से हमला किया था। बुरी तरह से जख्मी हुए सरबजीत की 2 मई, 2013 को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। वह करीब एक हफ्ते तक कोमा में रहे। उन्हें कथित तौर पर 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों में शामिल होने के मामले में मौत की सजा दी गई थी।