J&K CM Oath: जम्मू-कश्मीर की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार (16 अक्टूबर) को श्रीनगर में हुआ। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने सुबह 11.30 बजे दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह जम्मू-कश्मीर में बतौर मुख्यमंत्री उनका दूसरा कार्यकाल है। उनके साथ सुरिंदर कुमार चौधरी (Surinder Kumar Choudhary) ने भी डिप्टी सीएम की शपथ ली है। उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने 4 अन्य मंत्रियों को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। बता दें कि उपमुख्यमंत्री चौधरी ने नौशेरा सीट पर बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष रहे रवींद्र रैना को करारी शिकस्त दी है।
#WATCH | Omar Abdullah takes oath as the Chief Minister of Jammu and Kashmir.
— ANI (@ANI) October 16, 2024
The leaders from INDIA bloc including Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, Congress leader Priyanka Gandhi Vadra, JKNC chief Farooq Abdullah, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav, PDP chief Mehbooba Mufti, AAP… pic.twitter.com/IA2ttvCwEJ
राहुल-प्रियंका समेत इंडिया गुट के नेता पहुंचे
इस मौके पर विपक्ष के प्रमुख नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में मौजूद रहे। इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत अन्य नेता भी श्रीनगर पहुंचे हैं।
#WATCH | Leaders gather at the Sher-i-Kashmir International Conference Centre (SKICC) in Srinagar where JKNC Vice President Omar Abdullah will take oath as the Chief Minister of Jammu and Kashmir today. pic.twitter.com/HJTDEZGtZD
— ANI (@ANI) October 16, 2024
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहला CM
यह शपथ ग्रहण समारोह इसलिए खास है क्योंकि उमर अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 के हटने और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहले मुख्यमंत्री हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के बाद यह उनका दूसरा कार्यकाल है। उमर अब्दुल्ला पहले भी 2009 से 2015 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। जम्मू-कश्मीर 2018 से राष्ट्रपति शासन के अधीन था, जब बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन तोड़ लिया था। उस वक्त महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री थीं।
नई सरकार में किसकी-कितनी भागीदारी?
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की है, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटें और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली। इसके अलावा निर्दलीय विधायक और एक आम आदमी पार्टी के विधायक ने भी गठबंधन को समर्थन दिया है।