JP Nadda On HMPV:भारत में ह्यूमन मेटाप्नीमोवायरस (HMPV) के बीते 24 घंटे में 8 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को इस वायरस को लेकर स्थिति स्पष्ट की। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। नड्डा ने कहा कि यह वायरस नया नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर रख रही है। इस वायरस से निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच HMPV के मामले बढ़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर #lockdown ट्रेंड करने लगा। लोगों में चिंता बढ़ने लगी है।
HMPV नया नहीं, लंबे समय से मौजूद वायरस
जेपी नड्डा ने कहा कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसे 2001 में पहली बार पहचाना गया था। यह वायरस श्वसन तंत्र के जरिए फैलता है। यह वायरस वैसे तो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन बच्चो में इसका संक्रमण जल्द होता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि HMPV वायरस मुख्य रूप से ठंड और वसंत के शुरुआती महीनों में ज्यादा एक्टिव होता है। उयह वायरस पिछले कई दशकों से दुनियाभर में फैल रहा है।
Union Health Minister @JPNadda says #HMPV is not a new virus and there is no need to worry.
— All India Radio News (@airnewsalerts) January 7, 2025
Mr Nadda says #HMPVVirus was first identified in the year 2001 and it has been circulating in the world for many years. @MoHFW_INDIA @MIB_India @PIB_India pic.twitter.com/lhwDEQPWNn
भारत में HMPV के आठ मामले सामने आए
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में HMPV के 8 मामलों की पुष्टि की है। इनमें से दो कर्नाटक के बेंगलुरु, एक गुजरात के अहमदाबाद और तमिलनाडु के चेन्नई और सलेम से हैं।इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में एक बच्चा इस वायरस से संक्रमित मिला है। हालांकि, जेपी नड्डा ने कहा कि देश में श्वसन संक्रमण के मामलों में किसी भी तरह की असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है। सरकार इस पर लगातार नजर बनाए हुए है।
चीन और पड़ोसी देशों की स्थिति पर नजर
जेपी नड्डा ने कहा कि कि चीन और पड़ोसी देशों में HMPV के मामलों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल तीनों मिलकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस वायरस की स्थिति की समीक्षा की गई। ड्डा ने कहा कि कहा कि WHO ने भी इस स्थिति का संज्ञान लिया है। जल्द ही डब्ल्यूएचओ की ओर से भी इस वायरस को लेकर एक डिटेल्ड रिपोर्ट पेश की जाएगी।
क्या हैं बचाव के उपाय?
विशेषज्ञों के अनुसार, HMPV से बचने के लिए नियमित हाथ धोना, मास्क पहनना और भीड़भाड़ से बचना जरूरी है। यह वही सावधानियां हैं जो अन्य श्वसन संक्रमणों से बचाव के लिए अपनाई जाती हैं। जेपी नड्डा ने कहा, "हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।" उन्होंने जनता से सतर्क रहने और स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करने की अपील की।