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लक्षद्वीप के एडमिनिस्ट्रेटर प्रफुल्ल खोड़ा पटेल ने सोमवार को मालदीव विवाद को लेकर कहा कि भारत कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत के लोगों ने मालदीव को करारा जवाब दिया है।

Lakshadweep administrator on Maldives Row: मालदीव से बीच टूरिज्म पर बढ़ते विवाद के बीच लक्षद्वीप के एडमिनिस्ट्रेटर प्रफुल्ल खोड़ा पटेल ने कहा है कि भारत ऐसा अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं पूरे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लक्षद्वीप के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए धन्यवाद देता हूं। इससे जाहिर होता है कि भारत PM Modi का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। बॉलीवुड सेलिब्रिटी से लेकर क्रिकेटर तक, यहां तक कि हमारे आम लोगों ने भी इस मालदीव का विरोध किया। भारत ने मालदीव को करारा जवाब दिया। 

भारत नहीं करेगा सार्वजनिक माफी की मांग
प्रफुल खोड़ा पटेल ने कहा कि भारत इसके लिए मालदीव से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग नहीं करेगा। हमारे मूल्य अलग हैं। मालदीव के नेताओं को इस तरह की टिप्पणियां करने की जरूरत नहीं थी। हालांकि, उनकी (मालदीव के मंत्रियों) की गलत बयानबाजी के लिए मालदीव सरकार सजा दे चुकी है। प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों को भारत के लोगों ने ही जवाब दे दिया है। 

कौन हैं प्रफुल खोड़ा पटेल ?
प्रफल खोड़ा पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाते हैं। लक्षद्वीप के विकास को गति देने में प्रफल खोड़ा की भूमिका अहम मानी जा रही है। प्रफुल 5 दिसंबर 2020 को लक्षद्वीप के प्रशासक बनाए गए थे। प्रफुल खोड़ा पटेल मूल रूप से गुजरात के बनासकांठा के रहने वाले हैं। वह एक ऐसे शख्स हैं जो गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले कैबिनेट का भी हिस्सा रहे हैं। भले ही प्रफुल के प्रशासक बनने के बाद से लक्षद्वीप में विकास से जुड़े कई काम हुए हैं, वह पूर्व में कई बार विवादों में भी रह चुके हैं। 

क्या है भारत-मालदीव विवाद? 
भारत और मालदीव के बीच फिलहाल लक्षद्वीप को लेकर विवाद चल रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप दौरा किया। इससे जुड़ी तस्वीरें पोस्ट की। तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो गई। इस पर मालदीव के मंत्रियों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। इन आपत्तिजनक टिप्पणियों का भारत में विरोध शुरू हो गया। कई बॉलीवुड कलाकारों और क्रिकेटर्स ने इसका विरोध किया। इसके बाद मालदीव सरकार हरकत में आई। आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया। 

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