Land for Jobs Case: पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब केस में CBI की चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मंगलवार (25 फरवरी) को लालू यादव, उनके बेटा-बेटी सहित सभी आरोपियों को समन भेजा है। कोर्ट ने सभी को 11 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है। बता दें कि लैंड फॉर जॉब (जमीन के बदले नौकरी) मामले में CBI ने लालू यादव सहित 78 अन्य के खिलाफ फाइनल चार्जशीट दाखिल कोर्ट में दाखिल की थी।

ऐसे समझिए... लैंड फॉर जॉब स्कैम क्या है? 
आरोप है कि लालू यादव ने 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए लैंड फॉर जॉब घोटाला किया। रेलवे में नौकरी देने के नाम पर लालू यादव ने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन और प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराई। मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जोन में जमीनों के बदले नौकरियां दी गईं। लालू के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख में हासिल की। कम पैसों में जमीन लेने के बाद ज्यादातर केस में जमीन मालिक को कैश में भुगतान किया। 

इसे भी पढ़ें: Land for Jobs Scam: पटना ED ऑफिस में लालू से पूछताछ खत्म, 10 घंटे तक चला सवाल-जवाब, बाहर निकलने पर समर्थकों ने लगाए नारे

कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था
मामले में सीबीआई ने कोर्ट में लालू यादव सहित 78 के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। CBI ने बताया था कि, 'हमने कोर्ट से रेलवे बोर्ड के अधिकारी आर के महाजन के खिलाफ केस की अनुमति ले ली है। उनके खिलाफ गवाहों की लिस्ट भी तैयार है। अदालत ने इस पर फैसला सुरक्षित रखा था। विशेष जज विशाल गोगने को उसी दिन निर्णय देना था, लेकिन सीबीआई की ओर से कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण देने के बाद सुनवाई टाल दी गई थी।

लालू और तेजस्वी से 10 घंटे चली पूछताछ 
लैंड फॉर जॉब्स केस में 20 जनवरी 2024 को ED की दिल्ली और पटना टीम ने लालू और तेजस्वी से 10 घंटे तक पूछताछ की थी। लालू लालू ने ज्यादातर जवाब हां या ना में ही दिए थे। 30 जनवरी को तेजस्वी से 11 घंटे तक पूछताछ चली थी।