Lok Sabha Election 2024: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ सीट-बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है। चिराग पासवान ने कहा कि इस संबंध में औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। चिराग ने यह घोषणा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद की। उन्होंने साफ कर दिया है कि LJP (R) एनडीए के साथ मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
चिराग पासवान ने क्या कहा?
एलजेपी (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने नड्डा से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसकी औपचारिक घोषणा जल्द की जाएगी। पासवान ने जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की है। हालांकि, चिराग पासवान ने सीटों के आंकड़े को लेकर अभी पता साफ नहीं किया है, लेकिन सामने आए तस्वीर में वह काफी खुश नजर आ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि चिराग सीट बंटवारे से संतुष्ट हैं।
As a member of the NDA, today in a meeting with BJP National President Hon Shri @jpnadda ji, we have together finalised the seat sharing in Bihar for the ensuing Lok Sabha polls.
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) March 13, 2024
The same will be announced in due course.
एनडीए के सदस्य के रूप में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष… pic.twitter.com/hpAQNC5HKo
ये है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
ऐसा कहा जा रहा कि बिहार एनडीए में शामिल सभी पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का फार्मूला फाइनल हो गया है। माना जा रहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी 17 सीट, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू 16 सीट, उप्रेंद्र कुशवाहा की पार्टी 1 सीट, जीतन राम मांझी की पार्टी 1 सीट और चिराग पासवान की पार्टी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि,पशुपति पारस की पार्टी को भाजपा लोकसभा की सीट देने से इंकार कर दिया है।
बिहार में है कुल 40 लोकसभा सीटें
आपको बता दें कि, बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। इसमें 2019 लोकसभा चुनाव में एनडीए ने जबरदस्त परफॉर्म करते हुए 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी। पिछले लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, बाद में चाचा पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच विवाद के चलते पार्टी का बंटवारा हो गया और दो गुट बन गए थे। लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि भाजपा पारस को छोड़ चिराग पर ज्यादा भरोसा कर रही है और हर हाल में उन्हें एनडीए का हिस्सा बनाए रखना चाहती है।