Bandi Sanjay Kumar On Madrasa: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बंडी संजय कुमार ने बुधवार को मदरसों को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि मदरसों में आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में छात्रों को झाड़ू की मदद से AK-47 राइफल बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

मदरसों में हो रही है आतंकवाद की ट्रेनिंग
तेलंगाना के करीमनगर जिले में श्री विद्यारण्य अवासा विद्यालयम के नए छात्रावास भवन के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए बंदी संजय ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि कुछ मदरसे छात्रों को आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त कर रहे हैं और सरकार इन संस्थानों को फंड देकर गलत कामों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि सरकार ऐसी संस्थाओं को धन मुहैया करवा रही है जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।

मदरसों में छात्रों को मिल रही है छोटी धनराशि
बंदी संजय ने कहा कि हैदराबाद, सिद्दिपेट या करीमनगर जैसे स्थानों में कुछ मदरसों में छात्रों को 10 से 100 रुपये की छोटी रकम दी जाती है। लेकिन इन मदरसों के अंदर क्या हो रहा है? उन्होंने दावा किया कि दुनिया भर के कई अपराधी जब पूछताछ के दौरान अपने गलत कामों की जानकारी देते हैं, तो वे इन मदरसों की ओर इशारा करते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे अमेरिका, मुंबई या लंदन में बम धमाके हों, इनका संबंध अक्सर मदरसों से जुड़ा होता है।

सरकार के रवैये पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार इन मदरसों की गतिविधियों पर ध्यान नहीं देती, बल्कि उन्हें नई तकनीक और शैक्षिक कार्यक्रमों के नाम पर धन मुहैया कराती है। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि सरकार ऐसे मदरसों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।

जुलाई में उत्तर प्रदेश में भी उठा था विवाद
इससे पहले जुलाई में उत्तर प्रदेश में भी मदरसों को लेकर विवाद हुआ था, जब विपक्षी नेता ने आरोप लगाया था कि सरकार संस्कृत और राज्य बोर्ड के स्कूलों के टॉपर्स को सम्मानित करती है, लेकिन मदरसों के मेधावी छात्रों को नजरअंदाज कर देती है।

भाजपा नेता ने दिया कड़ा जवाब
भाजपा नेता मोहसिन रजा ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि धार्मिक शिक्षा में प्रगति के लिए कोई पुरस्कार नहीं दिए जाते। उन्होंने कहा, "अगर ऐसा कोई पुरस्कार लेना है, तो सऊदी अरब जाइए और वहां से पुरस्कार प्राप्त कीजिए।"