Manipur violence: मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक दर्दनाक घटना ने राज्य को फिर से हिंसा की आग में झोंक दिया है। तीन बच्चों की मां को पहले टॉर्चर किया गया, फिर जिंदा जलाकर उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से इलाके में हिंसा भड़क गई है। जिरीबाम के जरवान गांव में 17 से ज्यादा घरों को आग लगा दी गई। स्थानीय संगठनों ने इसे अमानवीय करार देते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा: टॉर्चर के निशान मिले
महिला की मौत के बाद किए गए पोस्टमार्टम से सामने आया कि उसे बर्बरता से टॉर्चर किया गया था। असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज में हुए पोस्टमार्टम में पाया गया कि महिला का 99% शरीर जल चुका था, जिसके कारण कई अंगों की जांच भी नहीं हो पाई। रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि उसके पैर में एक धातु की कील फंसी थी और शरीर के कई हिस्से गायब थे।
गांव में मची अफरा-तफरी, 17 घरों में आग
इस घटना में महिला के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया। जिरीबाम के जरवान गांव में इस बर्बरता के बाद 17 घरों में भी आग लगा दी गई। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। कई लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
कूकी-जो संगठनों ने जताया विरोध
महिला की इस दर्दनाक हत्या पर कूकी-जो आदिवासी संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इस घटना को ‘बर्बर’ बताया और सुरक्षा बलों से दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। संगठन ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए। संगठन ने सरकार से आदिवासी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
मणिपुर ताजा हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण
महिला की इस निर्मम हत्या के बाद मणिपुर में माहौल फिर से गर्म हो गया है। बीते कुछ दिनों में किसी महिला की निर्ममता से हत्या की यह दूसरी घटना है। बीते हफ्ते इंफाल घाटी के बिष्णुपुर जिले में एक मैतई महिला किसान की हत्या कर दी गई थी। बढ़ती हिंसा के बीच, स्थानीय लोग बेहद डरे हुए हैं।
पुलिस स्थिति को काबू करने में जुटी
मणिपुर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और महिला के शव को सिलचर भेजा गया था, क्योंकि मणिपुर की बिगड़ी हालत के कारण इंफाल तक शव ले जाना असंभव था। पुलिस ने कहा कि स्थिति को काबू में रखने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इलाके में तनावपूर्ण माहौल कायम है। इस बीच स्थानीय लोगों ने सुरक्षा की मांग की है।