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Mukhtar Ansari Last Conversation With Son Umar Ansari: मुख्तार अंसारी और उनके छोटे बेटे उमर अंसारी की आखिरी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। यह बातचीत मंगलवार देर शाम की बताई जा रही है। उस दिन भी मुख्तार की हालत खराब थी।

Mukhtar Ansari Last Conversation With Son Umar Ansari: बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात मौत हो गई। मौत का कारण कार्डिएक अरेस्ट बताया गया है। इस बीच मुख्तार अंसारी और उनके छोटे बेटे उमर अंसारी की आखिरी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। यह बातचीत मंगलवार देर शाम की बताई जा रही है। उस दिन भी मुख्तार की हालत खराब थी। बांदा मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज होने के बाद उसे जेल वापस लाया गया था। तब उसने बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत और छोटे बेटे उमर अंसारी से फोन पर बात की थी। मुख्तार अंसारी ने अपने परिवार को आखिरी फोन कॉल में कहा था कि उनका शरीर उनके नियंत्रण में नहीं है।

डरे-सहमे मुख्तार अंसारी ने कहा कि वह मुश्किल से चल पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह रोजा रखने में असमर्थ हैं और दिन में केवल एक बार ही नमाज अदा कर पाते हैं।

पढ़िए उमर और मुख्तार के बीच बातचीत

उमर अंसारी: पापा आप ठीक हैं?
मुख्तार: हां बाबू, हम ठीक हैं।
उमर: बस अल्लाह ने बचा लिया। रमजान का पाक महीना चल रहा है।
मुख्तार: बेहोशी टाइप हो जा रहे हैं। कमजोरी लग रही है।
उमर: हां, मैंने न्यूज में देखा है कि आप कमजोर हो गए हैं। हम कोर्ट में हैं। मुलाकात की परमिशन करवा रहे हैं। दरोगा अंकल भी करवा रहे हैं। अगर परमिशन मिली तो मिलने आएंगे।
मुख्तार: मैं बैठ नहीं सकता, मैं खड़ा नहीं हो सकता। (अंसारी ने बमुश्किल सुनाई देने वाली आवाज में कहा)
उमर: जहर का असर दिख रहा है। सब जहर का असर है। हिम्मत कर पापा फोन कर लिया कीजिए। आपकी आवाज सुनकर अच्छा लगा।
मुख्तार: हां बाबू, बॉडी चली जाती है, रूह रह जाती है।
उमर: हिम्मत रखिए। अभी हज करना है। कोई और रहता तो मर गया होता अब तक।
मुख्तार: हम खड़े नहीं हो पा रहे हैं। हिल नहीं सकते। व्हीलचेयर के सहारे हूं।
उमर: आप जल्दी सेहतमंद होंगे।
मुख्तार: आज आए तो बेहोश हो गए थे।
उमर: वॉशरूम जा रहे हैं या नहीं आप?
मुख्तार: दस दिन वॉशरूम नहीं हो पा रहा है।
उमर: मैं आपके लिए जमजम लेकर आऊंगा। खजूर लेकर आऊंगा। फल लेकर आऊंगा। 

ब्रजेश सिंह से रंजिश, दुश्मनी में कृष्णानंद की हत्या
बात जुलाई 2001 की है। मुख्तार अंसारी के गाड़ी पर एक अन्य गैंगस्टर ब्रजेश सिंह और उसके सहयोगी त्रिभुवन सिंह ने गोलीबारी की थी। आमने-सामने की लड़ाई में अंसारी के दो गनर मारे गए। इसे गाजीपुर जिले में उर्सी चट्टी गोलीकांड के रूप में जाना जाता है। 2005 में अंसारी ने बदला लेने के लिए सिंह को संरक्षण देने वाले भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी। बाद में अंसारी द्वारा सिंह के खिलाफ उर्सी चट्टी गोलीबारी के संबंध में एक मामला दायर किया गया था।

2023 में एक और एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें मुख्तार अंसारी को अपने एक गनर के हत्यारे के रूप में नामित किया गया था। ब्रजेश सिंह, कृष्णानंद राय की हत्या के बाद फरार हो गया था। 2008 में दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ लिया और जेल में डाल दिया। 2022 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा रिहा कर दिया गया था। दावा किया जा रहा है कि अंसारी की गवाही उन्हें वापस जेल भेज सकती थी। राज्य की कथित ठाकुर लॉबी ब्रजेश सिंह को बचाना चाहती थी।

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Mukhtar Ansari

स्लो पॉइजन देने का लगाया था आरोप
मुख्तार अंसारी ने एक हफ्ते पहले बाराबंकी कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उसने स्लो पॉइजन देने का आरोप लगाया था। कोर्ट ने भी जेल प्रशासन से उसकी हेल्थ रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन गुरुवार रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी। जिसके बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई।

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