Pakistan foreign diplomats Convoy Attacked: रविवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात घाटी में विदेशी डिप्लोमैट्स के काफिले पर आतंकवादी हमला हुआ। इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए।। यह हमला एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के जरिए किया गया। काफिले में 24 विदेशी राजनयिक और उनके परिवार मौजूद थे, जो सुरक्षित हैं।
एक पुलिसकर्मी की मौत, सभी राजनयिक सुरक्षित
मलाकंड डिवीजन के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल, मुहम्मद अली गंडापुर ने पुष्टि की कि धमाका एक रिमोट-कंट्रोल डिवाइस से किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि कोई भी विदेशी राजनयिक इस हमले में घायल नहीं हुआ। हालांकि, धमाके के बाद सभी राजनयिक डर गए गए। यह काफिला स्वात चैंबर ऑफ कॉमर्स और इस्लामाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICCI) के सहयोग से आयोजित एक कार्यक्रम से लौट रहा था।
काफिले की सुरक्षा में तैनात थे 36 पुलिसकर्मी
इस काफिले की सुरक्षा के लिए 36 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ICCI ने मलाकंड पुलिस से सीधे संपर्क किया था, जिससे राज्य के बड़े पुलिस अफसरों को सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाली टीम में शामिल नहीं किया गया। आमतौर पर राजनयिक प्रोटोकॉल के लिए पुलिस के सीनियर रैंक के अफसरों को ही जिम्मेदारी दी जाती है।
किसी संगठन ने नहीं ली है हमले की जिम्मेदारी
हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है। राजनयिक सूत्रों ने खुलासा किया कि तुर्की और स्पेन के दो दूतावासों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इस यात्रा में भाग नहीं लिया। बता दें कि इस क्षेत्र में हाल के दिनों में आतंकी हमले बढ़ रहे हैं। इस पूरे इलाके में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का दबदबा मना जाता है। यह संगठन बीते कुछ साल में पाकिस्तान में हुए कई हिंसक घटनाओं के लिए जिम्मेदार है।
हाल ही में हटी है विदेशी पर्यटकों पर लगी पाबंदियां
हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने विदेशी पर्यटकों पर लगी पाबंदियों को हटा दिया था, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं। बता दें कि पाकिस्तान की स्वात घाटी में ऐसे हमले आम बात हैं। इस क्षेत्र में कई छोटे छोटे आतंकी समूह एक्टिव हैं। इन आतंकियों द्वारा अक्सर पूजा स्थल, पुलिस या सेना के काफिले पर हमले किए जाते हैं। यह इलाका पाकिस्तान में हिंसा के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है।