Pakistan on Kashmir: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के कश्मीर और पीओके पर दिए बयान से पाकिस्तान भड़क गया। पाक के विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर अपना बयान जारी किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने एस जयशंकर के दावों को आधारहीन बताया। साथ ही कहा, कश्मीर पर ऐसे आधारहीन दावे करने की बजाए भारत को जम्मू कश्मीर के उस हिस्से को छोड़ना चाहिए, जिस पर 77 साल से कब्जा जमाकर बैठा है।
शफकत अली खान ने कहा, पीओके का मामला विवादित है और जयशंकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। हम उनके बयान को खारिज करते हैं। भारत ने सेना के दम पर स्टेटस बदलने की कोशिश की है, लेकिन वास्तविकता नहीं बदलने वाली। कश्मीर के लोगों की मुश्किलें सेना के दम पर हल नहीं होने वाली हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा था?
- भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपनी यूके की यात्रा पर हैं। बुधवार को लंदन के चैथम हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तानी पत्रकार ने उनसे सवाल किया था। जिसके जवाब में जयशंकर ने कहा था कि हमने कश्मीर समस्या काफी हद तक सुलझा ली है।
- जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना इस दिशा में पहला कदम था। कश्मीर में विकास और आर्थिक गतिविधि बढ़ाने के साथ सामाजिक न्याय को बहाल किया गया। अच्छे मतदान प्रतिशत के साथ चुनाव कराए।
- अब हमारा अगला कदम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की वापसी है। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर वापस मिल गया तो गया कश्मीर की समस्या पूरी तरह सुलझ जाएगी।
चीन के कब्जे वाले कश्मीर की भी वापसी हो
जम्मू कश्मीर का यह मुद्दा काफी संवेदनशील है। भारत और पाकिस्तान की सरकारें इसे लेकर अक्सर आमने समाने रहती हैं। विदेश मंत्री के बयान पर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा, कश्मीर का कुछ हिस्सा चीन के कब्जे में है। इसलिए सिर्फ पीओके नहीं बल्कि चीन के कब्जे वाले कश्मीर के वापसी की भी बात करनी होगी।