Parliament Scuffle: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को संसद परिसर में हुई झड़प को अडाणी ग्रुप के खिलाफ अमेरिका में लगे आरोपों से जोड़ते हुए कहा कि यह मुद्दे से ध्यान भटकाने की नई कोशिश है। राहुल ने बीजेपी पर नरेंद्र मोदी के दोस्त गौतम अडाणी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान से जनता का ध्यान हटाने का आरोप लगाया है। उधर, बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से माफी की मांग की। सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी विपक्ष के नेता बनने लायक हैं?
BJP सदन में अडाणी पर चर्चा नहीं चाहती: राहुल
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा- 'यह एक नई चाल है। हमारे सभी सांसद शांतिपूर्वक संसद की ओर जा रहे थे। बीजेपी सांसद सीढ़ियों पर खड़े थे और हमारे रास्ते को रोक रहे थे। यह ध्यान भटकाने का एक नया तरीका है। असली मुद्दा यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी के दोस्त अडाणी के खिलाफ अमेरिका में मामला दर्ज हुआ है। पीएम मोदी गौतम अडाणी को बचा रहे हैं और बीजेपी उनके मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं चाहती।'
- बता दें कि 20 नवंबर 2024 को अमेरिका के न्याय विभाग और एसईसी ने भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी और उनके अधिकारियों पर भारतीय अधिकारियों को 2100 करोड़ रुपए की रिश्वत देने और निवेशकों को गुमराह करने के आरोप लगाए। जबकि अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों को "बेबुनियाद" बताया।
डॉ. अंबेडकर के अपमान पर क्या बोले राहुल?
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस की सोच संविधान और अंबेडकर विरोधी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बीजेपी की मानसिकता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने संविधान पर चर्चा के दौरान डॉ. अंबेडकर का अपमान किया। उन्होंने कहा- 'अगर आप (विपक्ष) भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग मिल जाता। यह बयान निंदनीय है।' बता दें कि खड़गे इससे पहले अमित शाह के गृहमंत्री पद से इस्तीफे और सार्वजनिक तौर पर मांगी की मांग कर चुके हैं।
संसद में हिंसा के लिए राहुल गांधी माफी मांगें: शिवराज
- दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस को आज संसद में हंगामे के दौरान एक महिला और एक बुजुर्ग सांसद के साथ मारपीट के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंसा को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता और बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस को नहीं रोका, बल्कि यह राहुल गांधी थे, जिन्होंने नियमों की अनदेखी की और प्रवेश द्वार पर तैनात कर्मियों की अनुमति के बिना आगे बढ़ने का प्रयास किया।
- शिवराज चौहान ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से माफी की मांग करते हुए कहा कि उनके आचरण से ऐसा लगता है कि संसद 'पहलवान और गुंडों' के लिए बनाई गई है, क्योंकि हिंसा के माध्यम से मामलों को हल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने उनके (राहुल-खड़गे) अहंकार को साफतौर पर देखा जा सकता है। मैं उनका रवैया देख रहा हूं। लेकिन आज उन्होंने (राहुल गांधी) जो भी किया वह सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है।
बीजेपी ने राहुल-कांग्रेस पर किया पलटवार
संसद में झड़प के बाद बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी की विपक्ष के नेता की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हमारे सांसदों को धक्का दिया, जिससे प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। उन्होंने नागालैंड की एक महिला सांसद के साथ भी दुर्व्यवहार किया। क्या वह विपक्ष के नेता बनने लायक हैं?" वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घायल सांसदों से मुलाकात के बाद कहा कि ऐसी घटनाएं लोकतंत्र में नहीं होनी चाहिए। डॉक्टरों ने बताया है कि प्रताप सारंगी को सिर पर टांके लगे हैं और उन्हें 2 दिन अस्पताल में रहना होगा।
क्या है मामला?
बीजेपी ने आरोप लगाया कि संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी को धक्का दिया, जिससे वह घायल हो गए। वहीं कांग्रेस ने दावा किया कि बीजेपी सांसदों ने राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का दिया। दोनों दलों ने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामले में विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।