SOUL Leadership Conclave: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में शुक्रवार (21 फरवरी) को SOUL (स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशीप) कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का उद्घाटन किया। PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेहतरीन लीडर्स का विकास जरूरी है। समय की मांग है इसलिए 'स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप' की स्थापना विकसित भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण और बड़ा कदम है। 

प्रधानमंत्री मोदी जी मेरे बड़े भाई 
भारत मंडपम में चल रहे कार्यक्रम में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी मेरे बड़े भाई हैं। जब भी मुझे आपसे मिलने का मौका मिलता है, मैं खुशी से झूम उठता हूं...मेरे गुरु, जब भी मैं आपसे मिलता हूं, मैं एक लोक सेवक के रूप में और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित होता हूं। स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है और यह प्रामाणिक नेताओं को विकसित करने और उन्हें महान भारतीय गणराज्य की सेवा करने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री की अटूट प्रतिबद्धता का एक और प्रमाण है। 

कुछ आयोजन हृदय के करीब होते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ आयोजन ऐसे होते हैं जो हृदय के बहुत करीब होते हैं। आज का कार्यक्रम भी ऐसा ही है। राष्ट्र निर्माण के लिए बेहतर नागरिकों का विकास जरूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, 'जन से जगत', किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करने के लिए आरंभ जन से ही होता है।

सम्‍मेलन दो दिन यानी 21 से 22 फरवरी तक चलेगा
सोल लीडरशिप सम्‍मेलन दो दिन यानी 21 से 22 फरवरी तक चलेगा। सोल लीडरशिप सम्‍मेलन एक प्रमुख मंच के रूप में काम करेगा जहां राजनीति, खेल, कला और मीडिया, आध्यात्मिक दुनिया, सार्वजनिक नीति, व्यवसाय और सामाजिक क्षेत्र जैसे विविध क्षेत्रों के नेता अपनी प्रेरक जीवन यात्राएं साझा करेंगे और नेतृत्व से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करेंगे। भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे गुरुवार को दिल्ली पहुंचे थे। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने शेरिंग तोबगे का स्वागत किया था। 

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नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का किया उद्घाटन 

जानिए क्या है SOUL? 
SOUL (स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप) एक उभरता हुआ लीडरशिप संस्थान है। SOUL को गुजरात में स्थापित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में राजनीतिक नेतृत्व को व्यापक बनाना और केवल राजनीतिक परिवारों तक सीमित न रखते हुए योग्यता, प्रतिबद्धता और जनसेवा की भावना रखने वाले लोगों को आगे बढ़ाना है। यह संस्थान नेतृत्व से जुड़ी नई सोच, आवश्यक कौशल और विशेषज्ञता प्रदान करेगा ताकि जटिल दुनिया में नेतृत्व की चुनौतियों को बेहतर तरीके से समझा और हल किया जा सके।

'शेरिंग टोबगे बढ़ाएंगे कॉन्क्लेव की शोभा'
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी साझा की है। पीएम मोदी ने लिखा है कि मैं 21 फरवरी को सुबह 10:30 बजे भारत मंडपम में SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव का उद्घाटन करूंगा। यह बहुत खुशी की बात है कि मेरे मित्र, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे अपनी उपस्थिति से कॉन्क्लेव की शोभा बढ़ाएंगे।