Priyanka Gandhi Condemns Lawlessness in Uttar Pradesh: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कानपुर में 2 नाबालिग लड़कियों की आत्महत्या को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि सामूहिक बलात्कार की शिकार दो नाबालिग लड़कियों ने कानपुर में आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव डाला गया था। अगर यूपी में लड़कियां न्याय मांगती हैं तो उनके परिवार को खत्म कर देने का नियम बना दिया गया है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक्स पोस्ट में कहा कि कानपुर में सामूहिक बलात्कार की शिकार दो नाबालिग लड़कियों ने आत्महत्या कर ली। अब उन लड़कियों के पिता ने भी आत्महत्या कर ली है। मामले की तुलना हाथरस और उन्नाव से करते हुए कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव डाला गया।
यूपी में जंगलराज, जहां कोई कानून नहीं
प्रियंका ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर पीड़ित लड़कियां और महिलाएं न्याय मांगती हैं तो उनके परिवारों को खत्म कर देना एक नियम बन गया है। उन्नाव, हाथरस से लेकर कानपुर तक जहां भी महिलाओं पर अत्याचार हुआ, उनके परिवार बर्बाद कर दिए गए। इसमें महिला होना अपराध हो गया है। यूपी में जंगलराज है, जहां कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। आखिर राज्य की करोड़ों महिलाएं क्या करें, कहां जाएं?
केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने भी साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने भी कानपुर में रेप केस की घटना पर उत्तर प्रदेश की 'डबल इंजन सरकार' पर कटाक्ष किया। बंसल ने एक्स पोस्ट में कहा कि कानपुर बलात्कार मामले ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। यह दर्शाता है कि यूपी में 'डबल इंजन सरकार' अपराधियों के सामने झुक गई है।
उन्होंने महिला कल्याण विभागों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि राष्ट्रीय महिला आयोग कहां है? क्या महिला एवं बाल विकास मंत्री इसे गंभीरता से लेती हैं? क्या बीजेपी के कार्यकाल में देशभर में छोटी बच्चियों से रेप के मामलों में 150 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है?
कांग्रेस नेता ने भाजपा से पूछा कि बलात्कारियों और छेड़छाड़ करने वालों को क्यों बचाया जाता है? इस बीच, कांग्रेस नेता भरत सोलंकी ने घटना पर मीडिया की चुप्पी पर सवाल उठाया। कांग्रेस ने कहा कि कानपुर सामूहिक बलात्कार की दिल दहला देने वाली घटना ने न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लोगों की आत्मा को झकझोर दिया है। जबकि भाजपा शासन के दौरान महिलाओं और नाबालिग लड़कियों पर हमले काफी बढ़ गए हैं, लेकिन नेशनल मीडिया चुप है।