Sanjay Nirupam Criticizes Rahul Gandhi: 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में भी देश की दो लोकसभा सीटों से मैदान में हैं। पिछले चुनाव में जहां राहुल गांधी ने वायनाड के अलावा अमेठी सीट से चुनाव लड़ा था, वहीं इस बार वे वायनाड और रायबरेली से मैदान में उतरे हैं। रायबरेली उनकी मां सोनिया गांधी की पारंपरिक सीट है। सोनिया गांधी के राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद रायबरेली सीट खाली थी। कांग्रेस के पुराने साथी संजय निरुपम ने राहुल गांधी पर तंज कसा है। 

यूपी में कांग्रेस विरासत की 2 सीटें
संजय निरुपम ने शुक्रवार, 3 मई को कहा कि राहुल गांधी हार के डर से अमेठी से भागे हैं। वह खुद तो हिंदुस्तान के युवाओं से कहते हैं कि डरना मत। लड़ना। लेकिन ऐसा लगता है कि वह अमेठी में हार के डर से वह भाग गए हैं। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को नुकसान होगा। कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश में विरासत की दो सीटें हैं। एक रायबरेली तो दूसरी अमेठी।

संजय निरुपम ने कहा कि इस समय विरासत कर बहुत चर्चा में हैं। इसके तहत आधा रखेंगे और आधा छोड़ देंगे। या सरकार ले लेगी। ऐसा लगता है कि राहुल जी ने विरासत कर लगा दिया है और सिर्फ रायबरेली को अपने पास रखा है। बाकी छोड़ दिया है। 

सुनिए संजय निरुपम ने क्या कहा?

अमेठी की जनता की तिलांजलि कांग्रेस ने दी
संजय निरुपम ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रियंकाजी कहीं भाषण दे रही थीं कि हमारे पिता को विरासत में शहादत मिली थी। विरासत में कुछ और नहीं मिला था। आज ऐसा दिख रहा है कि प्रियंका जी ने खुद अमेठी में चुनाव लड़कर शहीद होने के बजाय एक कार्यकर्ता को शहीद होने के लिए उतार दिया है। इस तरह प्रियंका जी ने शहादत की परंपरा को भी खंडित कर दिया है।

उन्होंने कहा कि अमेठी में जिस तरह से कांग्रेस ने नफरत का भाव दिखाया है, जिस तरह अमेठी की जनता को दिखाया गया है कि हम उनकी तिलांजलि दे रहे हैं, जिस तरीके से वहां भाजपा के कामकाज से भयभीत हो गए हैं, उसका असर सिर्फ यूपी पर नहीं बल्कि आगे के चरणों पर भी पड़ेंगे। कांग्रेस का मनोबल टूटेगा।

शिंदे की शिवसेना में होंगे शामिल
पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपनी अगली पॉलिटिकल प्लानिंग का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मैंने आज शिव सेना में शामिल होने का फैसला लिया है। 20 साल बाद शिव सेना में शामिल होना 'घर वापसी' जैसा है। मैं सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होऊंगा। आप जानते हैं कि आज कांग्रेस में क्या स्थिति है।