(कीर्ति राजपूत)
Lohri 2024 : हर साल 14 फरवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। मकर संक्रांति के एक दिन पहले देश के कुछ हिस्सों में लोहड़ी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब सूर्य, मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति मानई जाती है। लोहड़ी का पर्व हमारे देश में सिख समुदाय के लोग बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। लोहड़ी का त्योहार इस बार रवि योग में मनाया जाएगा। भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, यह योग बहुत ही शुभ होता है। इस योग में लोहड़ी का त्योहार मनाने से कई लाभ मिल सकते हैं। बता दें कि इस बार लोहड़ी 14 जनवरी को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं लोहड़ी पर्व पर कौन-कौन से शुभ मुहूर्त हैं और क्या है शुभ योग।
मकर संक्रांति कब
ज्योतिषी के अनुसार, 15 जनवरी को देर रात सूर्य, धनु राशि से निकलकर मकर राशि में गोचर करेंगे। जिस कारण इस बार संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा।
बन रहे शुभ योग
इस बार लोहड़ी के दिन गर करण का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 7.59 मिनट तक रहेगा। इसके शुरू होगा रवि योग। रवि योग 10 बजकर 22 मिनट में लगेगा। वणिज करण का शाम को 6 बजकर 27 मिनट से शुरू होगा। लोहड़ी के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इस दिन शाम 05 बजकर 42 मिनट से 06 बजकर 09 मिनट तक गोधूलि बेला रहेगी।
सूर्योदय, शुभ और अशुभ समय
सूर्योदय सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर होगा जबकि अस्त शाम 5 बजकर 45 मिनट पर होगा।
चंद्रमा का उदय 9 बजकर 37 मिनट पर होगा।
पंचाग के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5. 27 बजे से 6.21 तक रहेगा।
लोहड़ी के लिए विजय मुहूर्त दोपहर 2.15 बजे से 2.57 बजे तक है।
राहुकाल शाम 4. 26 मिनट से 5. 45 मिनट तक तर रहेगा।
राहुकाल को हमारे धर्म में अशुभ माना जाता है।