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Astronomical Phenomenon: खगोलीय पिंड, ग्रहों आदि से सम्बंधित घटना खगोलीय घटनाक्रम कहलाता है। इनमें ग्रहण, दो ग्रहों अथवा तारों की टक्कर, उल्का पिंड और सूर्य चन्द्रमा की घटनाएं शामिल हैं।

Astronomical Phenomenon: खगोलीय पिंड, ग्रहों आदि से सम्बंधित घटना खगोलीय घटनाक्रम कहलाता है। इनमें ग्रहण, दो ग्रहों अथवा तारों की टक्कर, उल्का पिंड और सूर्य चन्द्रमा की घटनाएं शामिल हैं। इन घटनाओं का अध्ययन खगोल विज्ञान के जरिए वैज्ञानिकों एवं शोधर्थियों के द्वारा किया जाता है। इन घटनाओं का अवलोकन कर वैज्ञानिकों द्वारा इनका पूर्ण विश्लेषण और दुनिया पर इसका क्या असर होगा आदि बताया जाता है।

कभी-कभी हमारे सौरमंडल में कई बार एक से एक अधिक आकर्षक खगोलीय घटनाएं नजर आती हैं। यह घटनाएं अक्सर लोगों के जेहन में घर कर जाती है। कई बार चमकीले तारों का टूटना, कई तारों का एक कतार में दिखना या ग्रहण जैसी अनेकों खगोलीय घटनाएं लोगों के लिए आश्चर्यजनक होती है। इस बार भी आसमान में एक बड़ी खगोलीय घटना होने जा रही है।

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सूर्य की परिक्रमा करते समय कई ग्रह एक कतार में दिखाई देते हैं। इस बार भी एक ऐसी खगोलीय घटना होने जा रही है जिसमें कई बड़े ग्रह एक कतार में आम जनमानस को आसमान में दिखाई देने वाले हैं। आईए जानते हैं कौन से वह ग्रह हैं जो आसमान में एक कतार में दिखाई देंगे।

बता दें, इस बार 6 ग्रह एक साथ एक ही पंक्ति में दिखाई देंगे। जिसमें बृहस्पति, यूरेनस,नेप्चून, शनि, शुक्र और मंगल जैसे 6 बड़े ग्रह एक ही पंक्ति में शामिल हो जाएंगे।

कब होगी ये खगोलीय घटना
अक्सर होती है खगोलीय घटनाएं लेकिन इस बार यह बड़ी घटना 21 जनवरी 2025 को होगी। लगभग एक माह तक एक पंक्ति में दिखने वाली ग्रहों की संरचना 21 जनवरी, 25 जनवरी और 2 फरवरी को आसानी से आसमान में देखी जा सकती है। इस बड़ी खगोलीय घटना का देश दुनिया के मौसम और जलवायु पर बड़ा असर पड़ सकता है। ज्योतिष दृष्टि से भी यह एक बड़ी घटना है।

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