virat kohli rohit sharma test future: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की हार के बाद, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, जिन्होंने आउट ऑफ फॉर्म होने के कारण खुद को सिडनी टेस्ट से बाहर रखा था और विराट कोहली, जो सीरीज में 7वीं बार 20 या उससे कम स्कोर पर आउट हुए थे के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं। जब हेड कोच गौतम गंभीर से दोनों के भविष्य को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने ये फैसला रोहित-विराट पर ही छोड़ दिया।
गौतम गंभीर ने सीरीज के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,'मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता। यह उन पर भी निर्भर करता है। लेकिन हां, मैं यह कह सकता हूं कि उनमें अभी भी भूख है। उनमें अभी भी जुनून है। वे मजबूत लोग हैं। और उम्मीद है कि वे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकेंगे। लेकिन आखिरकार, जैसा कि हम सभी जानते हैं, वे जो भी योजना बनाते हैं, वह भारतीय क्रिकेट के सर्वोत्तम हित के लिए ही होगी।'
रोहित ने पिछले 8 टेस्ट में 10 की औसत से रन बनाए
रोहित शर्मा ने अपने पिछले 8 टेस्ट में 10.93 की औसत से रन बनाए हैं और केवल एक बार पचास से अधिक रन बनाए। उन्होंने दूसरे दिन लंच के समय स्टार स्पोर्ट्स से बात की थी और कहा था कि उन्होंने पांचवें टेस्ट से बाहर रहने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि उन्हें लगा कि इतने सारे आउट-ऑफ-फॉर्म बल्लेबाजों को लेकर टीम के लिए जीतना मुश्किल होगा।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं।
कोहली 8 बार एक ही तरह से आउट हुए
वहीं, कोहली ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद पर लगातार आउट हो रहे। मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में वो 8 बार विकेटकीपर या स्लिप कॉर्डन में कैच आउट हुए।
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मुझे सबके साथ ईमानदार रहना होगा:गंभीर
गंभीर ने रोहित और विराट को लेकर आगे कहा, 'सबसे पहले, हर व्यक्ति जानता है कि उसका खेल और उसकी भूख कितनी है। यह किसी भी खेल और किसी भी पेशे के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है। यह सिर्फ़ खेल के बारे में नहीं है। यह इस बारे में है कि आप कितने भूखे हैं, आप कितने भावुक हैं, और क्या टीम आपके योगदान से आगे बढ़ रही है या नहीं। क्योंकि आखिरकार, यह न तो मेरी टीम है, न ही आपकी टीम, यह देश की टीम है। मेरा मानना है, जैसा कि मैंने कहा, हमारे ड्रेसिंग रूम में बहुत ईमानदार खिलाड़ी हैं जो जानते हैं कि वे कितने भूखे हैं।
भारतीय हे़ड कोच ने आगे कहा, 'मेरी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी यह है कि मुझे उस कमरे में मौजूद सभी लोगों के साथ निष्पक्ष रहना है। सिर्फ़ एक या दो लोगों के साथ नहीं। अगर मैं सिर्फ़ दो या तीन लोगों के साथ निष्पक्ष रहूं, और बाकी सभी के साथ नहीं, तो मैं अपने काम के प्रति बेईमान हूँ। तो चाहे वह कोई ऐसा खिलाड़ी हो जिसने अभी तक डेब्यू नहीं किया है, या कोई ऐसा खिलाड़ी हो जिसने 100 टेस्ट मैच खेले हों, मेरे काम का सरल लक्ष्य यह है कि मुझे सभी के साथ बिल्कुल निष्पक्ष और समान रहना है।"
भारत को जून 2025 तक कोई और टेस्ट मैच नहीं खेलना है, जब वे पांच मैचों के लिए इंग्लैंड का दौरा करेंगे। तब तक रोहित 38 साल के हो चुके होंगे और कोहली 37 साल के हो चुके होंगे।