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Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 6 टीमों का ऐलान किया जा चुका है। वहीं, भारतीय टीम की घोषणा अभी भी बाकी है। इसके लिए चयनकर्ताओं को काफी माथापच्ची करनी पड़ रही है।

India's Champions Trophy 2025 Squad: चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से पाकिस्तान और यूएई में संयुक्त रूप से खेली जाएगी। आईसीसी के बड़े आयोजन में कुल 8 टीमें भाग ले रही हैं। इनमें से 6 टीमों ने अपना स्क्वॉड घोषित कर दिया है। वहीं, भारत और पाकिस्तान की टीमों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। जहां तक टीम इंडिया के ऐलान का सवाल है।

भारत में इस समय विजय हजारे ट्रॉफी खेली जा रही है। 18 जनवरी को टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 19 जनवरी को राष्ट्रीय चयन समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की घोषणा की जाएगी। 

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सेलेक्शन में 2 स्लॉट के लिए सिरदर्द 
टीम इंडिया के सेलेक्शन को लेकर प्रमुख नाम पहले से तय हैं। हाल ही में इंग्लैंड वनडे सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया गया। इसमें से काफी खिलाड़ी चैंपियंस ट्रॉफी के स्क्वॉड में रहेंगे। हालांकि कुछ स्थानों के लिए सेलेक्टर्स का सिरदर्द होना तय है। इसमें दूसरे विकेटकीपर के लिए काफी नाम है। टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का नाम तय है, लेकिन दूसरे विकेटकीपर में काफी सारे विकल्प मौजूद हैं। इनमें संजु सैमसन, ध्रुव जुरेल और ईशान किशन जैसे नाम विकल्प शामिल हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं के लिए यह बिलकुल भी आसान नहीं होने वाला है। दूसरी तरफ रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव अगर चयन के समय फिट नहीं हो पाते तो दूसरे स्पिनर के लिए किस खिलाड़ी के नाम पर मुहर लगेगी।   

जुरेल का पलड़ा भारी
दूसरे विकेटकीपर के रूप में ध्रुव जुरेल का पलड़ा भारी माना जा सकता है। ध्रुव जुरेल ने लगातार अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है। वह हालिया टेस्ट टीम का भी हिस्सा रहे। यहां सैमसन को नुकसान हो सकता है, क्योंकि वह विजय हजारे ट्रॉफी नहीं खेल रहे हैं। 

दूसरी तरफ ईशान किशन ने 27 वनडे मैचों में 42 से अधिक की औसत से 933 रन बनाए हैं। इसमें 1 दोहरा शतक और 7 अर्धशतक ठोके हैं, लेकिन पिछले साल घरेलू क्रिकेट छोड़ने के बाद वह सेलेक्टर्स के रडार से काफी हद तक बाहर हो गए हैं। इसी वजह से उन्हें बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी हाथ धोना पड़ा था। किशन के लिए विजय हजारे ट्रॉफी भी मामूली रही, जहां उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों में से एक के खिलाफ 7 मैचों में 1 शतक के साथ 316 रन बनाए। जबकि किशन विश्वकप टीम का हिस्सा रह चुके।

रवि बिश्नोई बनाम वरुण चक्रवर्ती 
कुलदीप यादव जल्द ही फिटनेस टेस्ट और मैच सिमुलेशन के लिए उपस्थित होने वाले हैं। वहीं, विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान तमिलनाडु के वरुण चक्रवर्ती ने 6 मैचों में 18 विकेट लिए और गुजरात के रवि बिश्नोई ने 6 मैचों में 14 विकेट चटकाए हैं। दोनों भारतीय स्क्वॉड की रेस में हैं। 

वरुण ने तमिलनाडु के लिए 2 बार 5 विकेट लिए हैं। उन्होंने 4.36 की इकॉनमी से गेंदबाजी की, लेकिन दुबई स्टेडियम में सपाट डेक पर गेंदबाजी करने की उनकी क्षमता अभी भी बहस का मुद्दा है। इसके अलावा उनकी फील्डिंग बिल्कुल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है। 

इधर, रवि बिश्नोई, जो ज्यादातर गुगली फेंकते हैं, बहुत प्रभावशाली थे। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान 3.64 के इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की। इसके अलावा वह मैदान पर चुस्त और फुर्तीले खिलाड़ी हैं, जो उन्हें फील्डिंग में अच्छा बनाता है। जहां चक्रवर्ती केकेआर में गौतम गंभीर के नेतृत्व में खेल चुके हैं। वहीं बिश्नोई भी लखनऊ सुपर जाइंट्स में अपने समय के दौरान गंभीर की कोचिंग में खेल चुके हैं। 

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