WTC final scenario: टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 2 टेस्ट की सीरीज में पूरी तरह सफाया करके वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की अपनी राह और आसान कर ली। अब मौजूदा World Test Championship cycle में कुल 10 सीरीज (26 टेस्ट) बाकी हैं और फाइनल की रेस दिलचस्प हो गई है।
मोटे तौर पर भारत, ऑस्ट्रेलिया के अलावा श्रीलंका और साउथ अफ्रीका WTC Final की रेस में सबसे आगे हैं। आइए जानते हैं कि इन चारों टीमों के फाइनल में पहुंचने की क्या संभावनाएं हैं और क्या समीकरण बन रहे।
भारत के WTC Final में पहुंचने के समीकरण
भारत के खाते में फिलहाल 74.24 पर्सेंटेज पॉइंट हैं और भारत को कुल 8 टेस्ट खेलने हैं। इसमें से तीन न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में और बाकी 5 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में।
भारत अगर अपने सभी 8 टेस्ट जीत जाता है तो भारत के 85.09 पर्सेंटेज पॉइंट हो जाएंगे। हालांकि, सभी 8 टेस्ट जीतने आसान नहीं। ऐसे में टीम इंडिया का लक्ष्य यही होगा कि वो इतने अंक हासिल कर ले कि बिना दूसरी टीमों के नतीजे के wtc final का टिकट पक्का हो जाए। इसके लिए
भारत को बाकी बचे 8 टेस्ट में से कम से कम 4 जीतने होंगे और दो को ड्रॉ कराना होगा (56 अंक), जिससे भारतीय टीम 67.54 पर्सेंटेज पॉइंट पर पहुंच जाएगी।
दक्षिण अफ्रीका अपने बाकी बचे 6 टेस्ट में से अगर सभी जीत लेता है तो उसके 69.44 पर्सेंटेज पॉइंट हो जाएंगे लेकिन ऑस्ट्रेलिया केवल चार जीत और दो ड्रॉ के साथ 64.04 तक पहुंच सकता है (यह मानते हुए कि ऑस्ट्रेलिया भारत से एक टेस्ट हार जाता है और और दो ड्रॉ कराता है, और बाकी चार टेस्ट जीतता है)।
अगर भारत को बाकी बचे 8 टेस्ट से 56 से कम अंक हासिल होते हैं, तो टीम इंडिया के शीर्ष 2 में न होने की संभावना है। उदाहरण के लिए, अगर भारत चार टेस्ट जीतता है और एक ड्रा करता हैं (52 अंक), तो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के लिए उनसे आगे निकल जाना मुमकिन होगा।
श्रीलंका भी 67% से अधिक अंक हासिल कर सकता है लेकिन उनकी जीत ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका दोनों के अंकों की कीमत पर होगी। यह भारत के पक्ष में काम करेगा क्योंकि इससे ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका दोनों wtc points table में भारत से नीचे रह सकते हैं।
श्रीलंका की क्या है स्थिति
पर्सेंटेज पॉइंट्स: 55.56, बाकी बची सीरीज: साउथ अफ्रीका ( 2 टेस्ट मैच), ऑस्ट्रेलिया (दो टेस्ट घर में खेलने हैं)
अपने पिछले दो टेस्ट मैचों में पूरे 24 अंक हासिल करने के साथ, श्रीलंका ने इस WTC चक्र में शीर्ष दो में जगह बनाने की दिशा में मजबूत कदम उठाया है। श्रीलंका के बाकी बचे 4 टेस्ट ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ हैं, जो फाइनल के भी दावेदार हैं। अगर श्रीलंका चारों टेस्ट जीत लेता है तो उसे 48 अंक और मिल जाएंगे (ध्यान रखें कि ओवर-रेट कटौती हमेशा एक खतरा होती है), तो श्रीलंका के 69.23% पर्सेंटेज पॉइंट हो जाएंगे और अन्य नतीजों की परवाह किए बगैर श्रीलंका की जगह फाइनल में पक्की हो जाएगी।
अगर श्रीलंकाई टीम एक टेस्ट हारती है और तीन जीत जाती है तो उसके 61.54 पर्सेंटेज पॉइंट होंगे, इसके बावजूद श्रीलंका के पास फाइनल में पहुंचने का मौका होगा, लेकिन उसके बाकी टीमों के नतीजों के भरोसे रहना होगा।
ऑस्ट्रेलिया का WTC Final में पहुंचने का समीकरण
पर्सेंटेज पॉइंट्स: 62.50, बाकी बची सीरीज: भारत (5 टेस्ट घर में खेलने हैं), श्रीलंका (2 टेस्ट)
वर्तमान में 62.5% के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया अगर अपने शेष 7 टेस्ट जीत जाता है तो अधिकतम 76.32 पर्सेंटेज पॉइंट हो जाएंगे। जिन दो टीमों के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को बाकी बचे 7 टेस्ट खेलने हैं, उसमें एक भारत और दूसरा श्रीलंका है और ये दोनों टीमें भी फाइनल की रेस में हैं। इसलिए भारत और श्रीलंका के खिलाफ जीत से ऑस्ट्रेलिया के फाइनल में पहुंचने की राह आसान हो जाएगी।
पांच जीत से ऑस्ट्रेलिया का पर्सेंटेज पॉइंट 65.79 हो जाएगा, लेकिन भारत और दक्षिण अफ्रीका अभी भी कंगारू टीम से आगे निकल सकते हैं। हालांकि, भारत के खिलाफ श्रृंखला शुरू होने तक चीजें स्पष्ट हो जाएंगी, क्योंकि मेहमान न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने तीन घरेलू टेस्ट खत्म कर चुके होंगे।
दक्षिण अफ्रीका का समीकरण
पर्सेंटेज पॉइंट: 38.89, बाकी बची टेस्ट सीरीज: श्रीलंका (दो टेस्ट श्रीलंका में खेलने हैं), पाकिस्तान (दो घरेलू), बांग्लादेश (2 टेस्ट बांग्लादेश में)
अगर दक्षिण अफ्रीका अपने शेष सभी 6 टेस्ट मैच जीत जाता है तो उसके 69.44% पर्सेंटेज पॉइंट हो जाएंगे, जो निश्चित रूप से योग्यता के लिए पर्याप्त होंगे क्योंकि भारत या ऑस्ट्रेलिया में से केवल एक ही उस संख्या को पार कर सकता है।
5 जीत और 1 ड्रॉ साउथ अफ्रीका को 63.89 प्रतिशंत अंक तक ले जाएगा। इसके बाद भी साउथ अफ्रीका WTC Final की रेस में रहेगा। लेकिन, पांच जीत और एक हार से उसका पर्सेंटेज पॉइंट 61.11 पर जाएगा, हालांकि इसके बाद भी साउथ अफ्रीका के पास फाइनल का टिकट कटाने का चांस होगा, पर उसे दूसरी टीमों के नतीजों के अपने पक्ष में आने का इंतजार करना होगा।