Rishabh Pant India vs Bangladesh Test : ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट से रेड बॉल क्रिकेट में वापसी की थी और 638 दिन बाद वापसी पर उन्होंने शतक ठोका। ऋषभ का ये शतक टीम इंडिया की जीत में काम आया और भारत ने चौथे दिन बांग्लादेश को 234 रन पर ऑल आउट कर 280 रन से मुकाबला जीत लिया। 

मैच के बाद ऋषभ पंत के बाद अपने टेस्ट कमबैक को लेकर बात की। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा, "मैं टेस्ट में वापसी को लेकर काफी नर्वस था। काफी दिनों बाद वापसी हो रही थी। अच्छा था कि मैं दलीप ट्रॉफी खेलकर आया था। इसलिए तैयारी बेहतर हुई थी।"

पंत ने अपने शतक को लेकर कहा, "ये 100 मेरे लिए खास है। मुझे चेन्नई में खेलना पसंद है। मैं चोट के बाद तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहता था और ये मेरा पहला टेस्ट था। मेरे लिए ये वापसी भावुक करने वाली थी। मैं वापसी के बाद से हर मैच में रन बनाना चाहता था लेकिन ऐसा हो नहीं सका। लेकिन, टेस्ट क्रिकेट में वापस आकर, जहां मेरा सबसे ज़्यादा नाम है... मैंने सिर्फ़ बल्लेबाजी का लुत्फ़ उठाया।"

इस भारतीय विकेटकीपर ने आगे कहा, "दिन के अंत में, मैदान में होना मुझे किसी भी चीज़ से ज़्यादा खुशी देता है। मैं अपने तरीके से स्थिति को समझने की कोशिश करता हूँ। जब आपका स्कोर 30-3 होता है, तो आपको साझेदारी बनाने की ज़रूरत होती है। गिल और मैंने यही किया। मुझे लगता है, जब आप किसी के साथ बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो मैदान के बाहर आपके अच्छे संबंध होते हैं, इससे वास्तव में मदद मिलती है।"

धोनी के होम ग्राउंड चेन्नई में वापसी पर शतक जमाने को लेकर पंत ने कहा कि मैं अपने खेल पर ही ध्यान देता हूं। मैं पंत ही रहना चाहता हूं और अपने खेल से पहचान बनाना चाहता हूं। 

30 दिसंबर 2022 की तारीख पंत शायद ही कभी भुला सकेंगे। यही वह दिन था, जब पंत कार एक्सीडेंट में बाल-बाल बच गए थे। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद जब अजय जडेजा ने पंत से पूछा कि जो बच्चे गाड़ी तेज़ चलाते हैं, उनको आप क्या संदेश देना चाहोगे? पंत ने कहा, "मैं उन्हें बस यही कहना चाहूंगा कि इन्जॉय करना ज़रूरी है लेकिन जिंदगी भी उतनी अहम है। इसलिए जितना सेफ़ होकर चलोगे उतना अच्छा है। ज़्यादा रिस्क लेने की ज़रूरत नहीं है।"