Rishabh Pant On T20 World Cup final injury: ऋषभ पंत ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल में लगी चोट को लेकर अब बड़ा खुलासा किया है। पंत ने एक इवेंट में कहा कि उन्हें चोट नहीं लगी थी, बल्कि साउथ अफ्रीका टीम की लय तोड़ने के लिए उन्होंने चोट लगने का नाटक किया था। हाल ही में रोहित शर्मा ने भी द ग्रेट इंडियन कपिल शो में ये बताया था कि पंत को असल में चोट नहीं लगी थी, उन्होंने नाटक किया था और अब खुद पंत ने इस दावे पर मुहर लगा दी।
ऋषभ पंत ने स्टार स्पोर्ट्स के शो पर फेक इंजरी को लेकर कहा, "मैं ये सोच रहा था कि क्या किया जाए क्योंकि अचानक मोमेंटम साउथ अफ्रीका की तरफ शिफ्ट हो गया था। साउथ अफ्रीकी टीम ने पिछले 2-3 ओवर में काफी रन बनाए थे। तो मैं ये सोचने लगा था कि वो लम्हा कब आएगा कि हम विश्व कप जीतेंगे।"
Rishabh Pant on his fake injury in the World Cup Final 🤣
— Naman 🏏 (@Mr_unknown23_) October 11, 2024
What a day! Also got a group photo with Rishabh Pant where I’m standing right next to him 🤩. pic.twitter.com/nrLG5o5xba
जब पंत कहानी सुना रहे थे, तब उनका ये वीडियो बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया था। पंत ने खुलासा किया कि उन्होंने फिजियो से समय लेने का अनुरोध किया था। जब कप्तान रोहित ने जानना चाहा कि पंत का घुटना ठीक है या नहीं, तो उन्होंने कहा कि वह बस नाटकर रहे थे। पंत ने आगे कहा, "मैं फिजियो से समय लेने के लिए कह रहा था। जब रोहित भाई ने पूछा कि क्या मेरा घुटना ठीक है, तो मैंने कहा कि भैया, मस्त एक्टिंग कर रहा था। कभी-कभी आपको मैचों में इस तरह की चीजें करनी पड़ती हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह हर बार काम करता है, लेकिन यह कभी-कभी काम करता है और अगर यह उस तरह के क्षण में काम करता है, तो इससे बढ़िया कुछ नहीं है।"
फाइनल में एक समय दक्षिण अफ्रीका को 24 गेंद में 26 रन की दरकार थी। हेनरिक क्लासेन क्रीज पर थे और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि साउथ अफ्रीका मैच जीत जाएगा लेकिन ऋषभ पंत ने चालाकी दिखाते हुए चोट का बहाना कर लिया ताकि क्लासेन की लय को तोड़ा जा सके और हुआ भी ऐसा ही। मैच के बीच में फीजियो ने आकर पंत को घुटने पर पट्टी बांधी। इस ब्रेक की वजह से क्लासेन की एकाग्रता टूटी और हेनरिक क्लासेन को पंड्या ने आउट कर दिया। क्लासेन 52 रन ठोक चुके थे। उनके आउट होते ही भारत ने मैच पर पकड़ मजबूत बना ली और फिर 7 रन से मैच जीत लिया और आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया।